साइबर अपराध पर लगेगा अंकुश : दो दिवसीय आयोजित कार्यशाला में साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस अधिकारियों ने सीखे गुर
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मिरर मीडिया : शनिवार और रविवार को न्यू टाउन हॉल में साइबर सुरक्षा से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सब इंस्पेक्टर के ऊपर सभी पुलिस अधिकारी मौजूद रहें। यह कार्यशाला भावी इन्फोटेक नाम के एक प्राइवेट कंपनी द्वारा आयोजित की गई थी। कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर आए 2 साइबर विशेषज्ञों ने सभी पुलिस अधिकारियों को साइबर अपराध पर रोक लगाने का प्रशिक्षण दिया।

ग्रामीण एसपी रेशमा रमेशन ने भी कार्यशाला में भाग लिया और उसकी जानकारी देते हुए बताया की दो दिनों से साइबर सुरक्षा को लेकर कार्यशाला चलाई जा रही थी। आज अंतिम दिन था और इन दो दिनों में सीडीआर, आईपीडीआर, साइबर फोरेंसिक और सीसीटीवी फुटेज को बेहतर करने से संबंधित कई महत्वपूर्ण विषयों पर बात हुई। हम उम्मीद करते है की इस कार्यशाला से साइबर केस सुलझाने में पुलिस को बहुत लाभ होगा।
कार्यशाला आयोजित करवाने वाली कंपनी भावी इन्फोटेक के प्रतिश जैन ने बताया की हमारी कंपनी साइबर अपराध को रोकने के तकनीक विकसित करती है। इसी संबंध में आज हमने सभी पुलिस अधिकारियों को बताया की कैसे उस तकनीक का इस्तेमाल करके अपराध को रोका जा सकता है। जहां तक बात अपराध होने के बाद उसे सुलझाने और पैसों की रिकवरी की बात है तो यह बिल्कुल संभव है की उसके रोका जा सकता है। उसके लिए बस सही समय पर कदम उठाने की जरूरत होती है। आज के समय तकनीक के माध्यम से इन अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है।