मिरर मीडिया : चक्रवाती तूफान मिचौंग ने चेन्नई और उसके आसपास जिले में भारी तबाही मचाई है। बता दें कि रविवार सुबह से 400 से 500 मिमी बारिश हुई जिससे घरों में पानी भर गया और तटीय महानगर में कारें और बाइक नष्ट हो गईं। बता दें कि साल 2015 में जब ‘चेन्नई जलप्रलय’ ने शहर को डुबो दिया था, तब 330 मिमी बारिश हुई थी।
रिपोर्ट के अनुसार शहर के सभी 17 सबवे पानी में डूब गए। अब तक पांच मौतों की सूचना मिली है, जिनमें वेलाचेरी में भूस्खलन के कारण 50 फुट की खाई में फिसले एक पोर्टेबल कंटेनर कार्यालय में फंसे दो कर्मचारी भी शामिल हैं। जबकि तीन को बचा लिया गया, आपदा राहत एजेंसियों के लोगों द्वारा अभी तक दो का पता नहीं लगाया जा सका है।
अन्ना सलाई समेत कई सड़कें जलमार्गों में तब्दील हो गईं और बड़ी संख्या में खड़ी कारें पल्लीकरनई में एक गेटेड कॉलनी से दूर चली गईं। सोमवार सुबह 3 बजे से शाम 6 बजे तक लगातार बारिश के कारण, चेन्नई की लगभग सभी सड़कें, आवासीय इलाके, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे और बस टर्मिनलों पर छोटी नदियों की तरह पानी बह रहा था।
चक्रवात से चेन्नई में उड़ान और ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं, कम से कम 30 उड़ानें रद्द कर दी गईं और उनके समय में बदलाव किया गया। चेन्नई सेंट्रल और एग्मोर स्टेशनों से 100 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गईं। वहीं सेंट्रल स्टेशन कट गया क्योंकि आने वाली ट्रेनों को तिरुवल्लूर, अवाडी और बीच रेलवे स्टेशनों पर शॉर्ट-टर्मिनेट कर दिया गया। कुछ प्रस्थान तिरुवल्लुर और काटपाडी से संचालित किए गए लेकिन बाद में सभी ट्रेनें रद्द कर दी गईं।