जमशेदपुर : जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल ने स्वीप कोषांग के पदाधिकारियों के साथ बैठक किया। बैठक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने चुनाव के मद्देनजर शहरी क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता कार्यक्रम चलाने के संदर्भ में कोषांग के पदाधिकारियों को निर्देशित किया। इस क्रम में चुनावी प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देश के अनुसार कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने की दिशा में व्यापक स्तर पर कार्य करने का निर्देश दिया। ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में वोट प्रतिशत को बढ़ाया जा सकें।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने निर्देश दिया कि स्वीप कैलेंडर बनाकर उसके तहत आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जिला में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चलाए जाएं। जिसमें लोगों को वोट के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न स्टेक होल्डरर्स के साथ समन्वय व भागीदारी बधाई जाए। उन्होंने कहा कि कार्य योजना बनाकर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को आयोजित किया जाए। ताकि आमजनों को मताधिकार के महत्व को बताया जाए। उपायुक्त ने स्कूल, कॉलेज में स्वीप के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने को कहा। ईएलसी के जरिए अधिक से अधिक मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाएं जाएं।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों/प्रतिष्ठानों, गैर सरकारी संगठनों, रेसिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन, क्लबों, पब्लिक सेक्टर ऑर्गेनाइजेशन में निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन के तहत वोटर अवेयरनेस फोरम का गठन किया जाए, जिसमे अध्यक्ष के अलावा कम से कम 10 लोगों की कार्यकारिणी समिति हो। इसके तहत मतदाता जागरूकता अभियान में गति प्रदान किया जाए, मैराथन, हस्ताक्षर अभियान, मतदाता शपथ, सोशल मीडिया कैंपेन, पेंटिंग प्रतियोगिता समेत अन्य मतदाता जागरूकता गतिविधियों का आयोजन कराया जाए ताकि मतदान के दिन शत प्रतिशत मतदाताओं को मतदान करने के लिए जागरूक किया जा सके।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने कहा कि बूथ अवेयरनेस ग्रुप की सक्रियता बढ़ाते हुए ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को जागरूक किया जाए। ताकि लोकतंत्र के महापर्व में प्रत्येक जन की भागीदारी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिस भी बूथ में कम वोटिंग प्रतिशत रहती है उन्हे चिन्हित किया जाए। वहां आ रही दिक्कतों का निराकरण करते हुए स्वीप के तहत व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं। ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी लाई जा सके।