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Dhanbad उपायुक्त के निर्देश पर केसर-ए-हिंद जमीन की नापी शुरु : दावा ठोकने वाले ने दिखाया डीड तो CO ने जांच की बात कही

Dhanbad में सराय ढेला थाना अंतर्गत वीर कुंवर सिंह कॉलोनी में भू माफियाओं द्वारा केसर-ए-हिंद की जमीन कब्जाने के मामले में शिकायत के बाद उपायुक्त के निर्देश पर अब आमीन द्वारा उक्त जमीन की नापी कराई जा रही है। जिसके बाद वहाँ दावा करने वालों के द्वारा भी डीड दिखाया जा रहा है। वहीं नापी करवा रहें अंचल अधिकारी ने कहा कि डीड की पूर्णतः जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

DGMS ने धनबाद एसपी को पत्र लिखकर लिख की थी शिकायत

मामले में DGMS ने धनबाद एसपी को पत्र लिखकर सरायढेला मौजा की खाता संख्या 177, प्लॉट संख्या 2004 मौजा संख्या 8 की उक्त जमीन को कब्जा मुक्त कराने एवं कानूनी कार्यवाई का आग्रह किया था। वहीँ स्थानीय लोगों ने धनबाद विधायक राज सिन्हा से मुलाकात कर भूमाफियाओं के मंसूबे को नाकाम करने की मांग की है ताकि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा न हो सके।

गौरतलब है कि झारखंड में जमीन को फर्जी दस्तावेज बनाकर खरीद फरोख्त का खेल जारी है। आलम ये है कि सेना की जमीन पर कब्ज़ा के बाद अब केसर-ए-हिंद की जमीन पर भूमाफियाओं की गिद्ध नजर पड़ गई है। रांची में जमीन के खेल के बाद अब धनबाद जिले में ये सक्रिय देखा गया है।

किसे बोलते है केसर-ए-हिंद जमीन?

भारत सरकार की कब्जे वाली जमीन को केसर-ए-हिंद जमीन कहा जाता है जिसे केंद्र व राज्य सरकार को सुरक्षित रखना हैै और इसके देख-रेख की जिम्मेदारी जिला बोर्ड के पास है। केसर-ए-हिंद की जमीन को किसी के नाम पर बंदोबस्त नहीं किया जा सकता है। इस पर केंद्र एवं राज्य सरकार का मालिकाना हक होता है।

DGMS कस्टोडियन वाली केसर-ए-हिंद की जमीन पर भूमाफियाओं एवं दबंग का कब्ज़ा

खबर के अनुसार जिले में सक्रिय भूमाफिया केसर-ए-हिंद जमीन पर कब्ज़ा कर रहें हैं।
बता दें कि एक ओर रांची में सेना की जमीन पर कब्जा मामले की जांच की आंच में एक के बाद एक करके कई भू माफिया, अंचलाधिकारी और कर्मी इसमे फंसते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कोयला नगरी धनबाद में सरकारी- केसर-ए-हिंद की जमीन पर जिसका कस्टोडियन डीजीएमएस है, भूमाफियाओं एवं दबंग द्वारा सरकारी बोर्ड हटाकर उसे कब्जा किया जा रहा है।

DGMS ने धनबाद एसपी को पत्र लिखकर कब्जा मुक्त कराने का किया था आग्रह

सराय ढेला थाना अंतर्गत वीर कुंवर सिंह कॉलोनी में भू माफियाओं द्वारा जमीन का कब्जा किये जाने के मामले में DGMS ने धनबाद एसपी को पत्र लिखकर सरायढेला मौजा की खाता संख्या 177,प्लॉट संख्या 2004, मौजा संख्या 8 की उक्त जमीन को कब्जा मुक्त कराने एवं कानूनी कार्यवाई का आग्रह किया है। वहीँ स्थानीय लोगों ने धनबाद विधायक राज सिन्हा से मुलाकात कर भूमाफियाओं के मंसूबे को नाकाम करने की मांग की है ताकि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा न हो सके।

विधायक राज सिन्हा ने उचित जांच कर कार्रवाई की मांग की

पूरे मामले में विधायक राज सिन्हा ने बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत के आधार पर उन्होंने थाना और SDM से बात की है, उपायुक्त और भूराजस्व विभाग के प्रधान सचिव से बात करके उचित जांच कर कार्रवाई की मांग करेंगे। किसी भी स्थिति में सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं को पनपने एवं उन्हें कब्जा करने नही दिया जाएगा।

सरकारी जमीन को रैयत के नाम पर दर्शाते हुए पंजी 2 में चढ़ाया गया

वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि फर्जीवाड़ा करके तात्कालिक अंचलाधिकारी की मिली भगत से सरकारी जमीन को रैयत के नाम पर दर्शाते हुए पंजी 2 में चढ़ा दिया गया है। जिसके जांच की मांग करते हुए विधायक राज सिन्हा से गुहार लगाई है।वहीं स्थानीय लोगों का कहना है 3कि लंबे समय से यह जमीन डीजीएमएस के कब्जे में है और इसके दूसरे हिस्से में CPWD के अधिकारियों के क्वार्टर भी बने हुए हैं कुछ साल पहले जब मदन मोहन झा धनबाद डीसी थें उसवक्त सरायढेला थाना की बिल्डिंग निर्माण कार्य उक्त जमीन पर शुरू हुआ था तब डीजीएमएस ने आपत्ति जताकर थाना बिल्डिंग निर्माण कार्य को रुकवा दिया था, तब से यह जमीन ऐसे ही पड़ी हुई है लेकिन भू माफिया और सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से इस पर बाउंड्री भी बन गए और सरकारी जमीन पर कब्जा हो गया है।

सराय ढेला थाना प्रभारी ने काम रुकवाकर कागजातों की मांग की

वही सराय ढेला थाना प्रभारी फागुनी पासवान ने बताया था कि शिकायत मिली है फिलहाल काम को रुकवा दिया गया है कागजातों की भी मांग की गई है किसी भी हालत में सरकारी जमीन को कब्जा करने नहीं दिया जाएगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जमीन हिंद केसरी है जिस पर केवल राष्ट्रपति का ही हक होता है ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि किसके  सह पर भूमाफियाओं द्वारा चारदीवारी का निर्माण किया गया अगर DGMS के कब्ज में उक्त भूखंड है तो फिर अधिकारी अब तक हाथ पैर हाथ धरकर क्यों बैठे हैं, मामला संज्ञान में आने के बाद जिला प्रशासन किस प्रकार से जांच कर कार्रवाई करती है और कब्जा हुए जमीन को मुक्त करती है।

KK Sagar
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