बीते 3 अप्रैल को बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के बाहर विस्थापित अप्रेन्टिस अभ्यर्थियों द्वारा नियोजन की मांग को लेकर दिए जा रहे धरने पर CISF द्वारा किए गए लाठीचार्ज में प्रेम महतो की मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद राजनीतिक दलों ने दो दिनों तक बंद और विरोध प्रदर्शन किए, लेकिन पीड़ित परिवार और अभ्यर्थियों को कोई ठोस राहत नहीं मिली।
इस संवेदनशील मामले में धनबाद के सांसद ढुलू महतो ने सक्रिय भूमिका निभाई। दिल्ली में होने के बावजूद उन्होंने SAIL चेयरमैन से मुलाकात कर इस घटना को लेकर कड़ी आपत्ति जताई। दिल्ली से लौटते ही उन्होंने बोकारो के BGH में घायलों एवं मृतक के परिजनों से मुलाकात की। तत्पश्चात उपायुक्त कार्यालय में BSL के वरीय अधिकारियों के साथ विस्तृत वार्ता की।
वार्ता के पश्चात निम्नलिखित निर्णय लिए गए:
- मृतक प्रेम महतो के आश्रित को ₹50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और अस्थायी नियोजन।
- घायल अभ्यर्थियों को ₹20,000 की सहायता राशि।
- बोकारो में किसी प्रमुख चौक पर प्रेम महतो की आदमकद प्रतिमा की स्थापना।
- प्रत्येक पखवाड़े में उपायुक्त की अध्यक्षता में विस्थापितों एवं BSL प्रबंधन के बीच वार्ता का आयोजन।
- प्रत्येक माह 50 विस्थापित अप्रेन्टिस अभ्यर्थियों को नियोजित करने की सहमति।
माननीय सांसद ढुलू महतो ने मृतक के परिजनों को स्वयं ₹50 लाख रुपये का चेक और नियोजन पत्र सौंपा, जिससे पीड़ित परिवार को राहत मिली और नेताओं द्वारा की जा रही “लाश पर राजनीति” पर प्रभावी विराम लगा।
सांसद महतो ने साथ ही CISF पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की भी मांग की है।