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Dhanbad में लोकसभा चुनाव से पहले कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बिनोद बिहारी महतो की प्रतिमा से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। बता दें कि Dhanbad के अशर्फी अस्पताल से पहले विनोद बिहारी चौक के समीप बने स्वर्गीय विनोद बिहारी महतो की आदमकद प्रतिमा के साथ असामाजिक तत्वों ने छेड़छाड़ कर उनके चेहरे पर काला कपड़ा रख दिया इतना ही नहीं असमाजिक तत्वों ने उनकी प्रतिमा पर जूते की माला भी पहना दिया है।
Dhanbad में सुबह लोगों की नजर पड़ी तो एकजुट होकर मूर्ति को साफ किया
जानकारी के अनुसार Dhanbad के विनोद बिहारी महतो चौक से गुजरते हुए सुबह जब लोगों की नजर पड़ी तो लोग एकजुट हुए और मूर्ति को साफ किया। इस दौरान स्मारक समिति के लोग भी मौके पर मौजूद हो गए और घटना की कड़ी निंदा की ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आधी रात में किसी ने इस तरह की कृत किए हैं।
समिति के अध्यक्ष ने आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग की
इस बाबत स्मारक समिति के अध्यक्ष ने बताया कि असमाजिक तत्वों द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है जो की बहुत ही निंदनीय है पुलिस प्रशासन को जांच कर उचित कार्रवाई करने की जरूरत है। लोगों ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग की है।
गिरफ़्तारी नहीं होने पर आंदोलन तक की चेतावनी
हालांकि उनके अनुयायियों ने गिरफ़्तारी नहीं होने पर आंदोलन तक की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि झारखंड के पुरोधा माने जाने वाले बिनोद बिहारी महतो की तस्वीर Jharkhand विधानसभा में लगी हुई है। वहीं इस तरह के कृत्य से लोगों में काफ़ी आक्रोश व्याप्त है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक विनोद बिहारी महतो
गौरतलब है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक विनोद बिहारी महतो एक वकील के साथ साथ कुशल राजनीतिज्ञ भी थे। उन्होंने 1972 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक थे। वे 1980, 1985 एवं 1990 में बिहार विधानसभा के तीन बार सदस्य रह चुके थे जबकि 1991 में गिरिडीह से लोकसभा के सदस्य थे।