
मिरर मीडिया : प्राचार्य के पद को लेकर शुक्रवार को पूरे दिन एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में हाई वोल्टेज ड्रामा होता रहा।
बता दें कि कुलपति द्वारा प्राचार्य डॉ शर्मिला रानी के स्थानांतरण आदेश जारी और वित्तीय आधिकार छिनने के बावजूद वह अपने पद पर बनी रहीं। वहीं शुक्रवार को एसएसएलएनटी के नए प्राचार्य के रुप में डॉ एके माजी के कॉलेज पहुंचने के बाद भी डॉ शर्मिला रानी ने अपनी कुर्सी छोड़ने से इंकार कर दिया। इसके बाद डॉ माजी प्रोफ़ेसर इंचार्ज के चेंबर में जाकर बैठ गए। उन्होंने डॉ शर्मिला रानी को रिलीविंग लेटर भेजा साथ ही मेल पर रिलीविंग लेटर भेजने की सूचना भी दी । बावजूद डॉ शर्मीला रानी चुपचाप से प्राचार्य चेंबर में बैठी रहीं।
वहीं डॉ माजी ने कॉलेज के प्रोफेसर चेंबर में बैठकर ही कॉलेज की जिम्मेदारी संभाल ली। कॉलेज परिसर में परीक्षा का संचालन उनकी ही देखरेख में हुआ।
इधर दिन भर अपने चेंबर में बैठे रहने के बाद शाम में डॉ शर्मीला रानी प्राचार्य चेंबर के सामने और पीछे के दरवाजे पर ताला लगा कर चली गई।
देर शाम डॉ शर्मिला रानी के स्थानांतरण आदेश पर राजभवन से स्टे ऑर्डर जारी हो गया। आप्त सचिव का आदेश जारी होते ही विश्वविद्यालय ने डॉ. एके माजी के एसएसएलएनटी कॉलेज में स्थानांतरण आदेश को निरस्त कर दिया।
ज्ञातव्य है कि बीबीएमकेयू ने 6 जुलाई को ट्रांसफर पोस्टिंग ऑर्डर जारी किए थे। जिसमे कई कॉलेजों के प्राचार्य और पीजी संस्कृत विभागाध्यक्ष स्थानांतरण आदेश जारी हुआ था।
एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ शर्मिला रानी का स्थानांतरण लगभग 45 किलोमीटर दूर बीएसके कॉलेज मैथन किया गया है और उनके स्थान पर स्थान पर विश्वविद्यालय के सीसीडीसी डॉ एके माजी को कॉलेज प्राचार्य का प्रभार सौंपा गया। जो 6 जुलाई को जारी विश्वविद्यालय आदेश के तत्काल प्रभाव से लागू है, पर एसएसएलएनटी की डॉ शर्मिला रानी ने विश्वविद्यालय के आदेश को मानने से इन्कार कर दिया है । डॉ माजी के प्रभारी प्राचार्य का पदभार लेने पहुंचने पर डॉ शर्मिला रानी ने पदभार देने से इंकार कर दिया। यहां तक कि डॉ माजी ने डॉ शर्मिला रानी को कुलपति से मोबाइल पर बात भी करवाई प्राचार्य डॉ शर्मिला रानी अपने पद को छोड़ने को तैयार ही नहीं हैं।