मिरर मीडिया : विधानसभा मार्च के दौरान पटना-बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी और शाहनवाज हुसैन को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है। विधानसभा मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में डाकबंगला चौराहे पर धरने पर बैठे थे। हालांकि इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि की खबर नहीं है। वहीं एक बड़ी खबर है लाठीचार्ज में एक BJP कार्यकर्ता की मौत हो गई है। डाक बंगला चौराहे पर BJP कार्यकर्ता की मौत हुई।
इस बाबत झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भाजपा बाबूलाल मरांडी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए लिखा है कि विधायकों ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग की तो उन्हे घसीटकर सदन से बाहर निकाला गया। फिर शांतिपूर्ण विधानसभा मार्च में हिस्सा लेने वाले भाजपा विधायकों, नेताओं – कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दौड़ा दौड़ाकर पीटा।
यह सब कुछ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के आदेश पर हुआ। उन्हें चिढ़ हो गई है कि भाजपा ने भ्रष्टाचार का मुद्दा क्यों उठाया।
यह तानाशाही की पराकाष्ठा है। “समय होत बलवान” नीतीश जी याद रखिएगा।
गौरतलब है कि बीजेपी विधायकों का विधानसभा मार्च होना था. गांधी मैदान से शुरू होने वाले मार्च को लेकर सुबह से ही कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा होने लगी थी. 12 बजे तय समय के अनुसार मार्च शुरू हुआ. प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में मार्च आगे बढ़ रहा था. मार्च जैसे ही डाकबंगला चैराहे पर पहुंचा, अचानक से लाठीचार्ज होने लगा. पुलिस का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से पत्थर और कंकड़ फेंके गए थे, जिसके बाद से लाठी चार्ज किया गया. यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस ने बीजेपी विधायकों और कार्यकर्ताओं को डाकबंगला चैराहे पर रोकने की कोशिश की पर बीजेपी विधायक और कार्यकर्ता नहीं माने तो अंत में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
यही नहीं बीजेपी नेताओं पर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया. लाठीचार्ज में पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा और नेताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया. जो जहां मिला, जहां गिरा, पुलिस ने वहीं लाठी बरसा दी. इस लाठीचार्ज में बीजेपी के दर्जनों कार्यकर्ताओं सहित कुछ वरिष्ठ नेता भी घायल हो गए हैं. घायलों में बीजेपी सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल भी बताए जा रहे हैं।
प्रशासन की ओर से बीजेपी नेताओं को डाकबंगला चैराहे पर रोका जा रहा था पर वे नहीं मानें. यह भी कहा जा रहा है कि लाठी चार्ज तब किया गया जब बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से कंकड़ और पत्थर फेंके गए. हालांकि बीजेपी इस बात से इनकार कर रही है. लाठी चार्ज के बाद प्रेस से बात करते हुए विधानसभा में विधायक दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा, हम इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे. यह भ्रष्टाचारी सरकार है. हमारे कार्यकर्ताओं को जिस तरह से पीटा गया, वह दिखाता है कि सरकार कितनी डरी हुई है. हमारी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं को भी नहीं बख्शा गया।
विजय कुमार सिन्हा ने यह भी कहा कि यह अपराधी सरकार है. नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बन चुके हैं और सदन में किसी को बोलने नहीं देते। हम इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।
डाकबंगला चौराहे से पहले कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को अपार्टमेंट का गेट लगाकर उनको अंदर ही बंद कर दिया गया। सड़कों पर अभी भी बीजेपी के झंडे, जूते और चप्पल बिखरे पड़े हैं। लाठीचार्ज के बाद सम्राट चैधरी सड़क पर ही बैठ गए. पटना के डाकबंगला चौराहे पर बीजेपी कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प हो गई। कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन छोड़े। इस पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।