ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (ECRKU) ने धनबाद मंडल के रेल कर्मचारियों से जुड़ी कई अहम समस्याओं को लेकर प्रशासन के समक्ष मोर्चा खोल दिया है। यूनियन के अपर महामंत्री एवं AIRF वर्किंग कमिटी के सदस्य मो. ज़्याऊद्दीन ने गुरुवार को ECRKU धनबाद शाखा वन की बैठक में कहा कि यूनियन केवल वादे नहीं, बल्कि जमीनी संघर्ष में विश्वास करती है।
उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड के आदेश संख्या 155/2022 के बावजूद चेकिंग विभाग के सुपरवाइज़र्स का अपग्रेडेशन अब तक नहीं हो पाया है, जिससे दर्जनों कर्मचारियों को वित्तीय लाभ नहीं मिल सका है। साथ ही जनवरी से मई 2024 तक के सीटीए भत्ते में वृद्धि का एरियर भी लंबित है, जबकि रेलवे बोर्ड के आदेश 51/2024 के अनुसार यह भुगतान बनता है।
इस मुद्दे को लेकर वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी अशोक कुमार को ज्ञापन सौंपा गया, जिन्होंने शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है।
बैठक में कर्मचारियों ने मंडल द्वारा क्रु लॉबी का नियंत्रण परिचालन विभाग से हटाकर यातायात विभाग को सौंपने के फैसले का विरोध किया। कर्मचारियों के अनुसार, इससे रनिंग स्टाफ को दिक्कतें होंगी और यातायात विभाग पर अनावश्यक कार्यभार बढ़ेगा। मो. ज़्याऊद्दीन ने बताया कि इस विषय पर मंडल रेल प्रबंधक को पुनर्विचार हेतु पत्र सौंपा गया है, जिसमें निर्णय को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने, सक्षम फोरम से अनुमोदन लेने और नये सिरे से प्रशिक्षण की मांग की गई है।
इसी दिन मो. ज़्याऊद्दीन और केन्द्रीय संगठन मंत्री नेताजी सुभाष ने टोरी-शिवपुर सेक्शन में बनाए गए नए रेल आवासों की समस्या को लेकर अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) अमित कुमार से भी मुलाकात की। उन्होंने बताया कि कोल साइडिंग से उड़ती धूल के कारण ये आवास लगातार प्रदूषण की चपेट में हैं, जिससे कर्मचारियों और उनके परिवारों को श्वसन संबंधी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। यूनियन ने इन आवासों को रद्द करने और सभी को टोरी क्षेत्र में वैकल्पिक आवास देने की मांग की है। इस पर प्रशासन की ओर से समाधान का भरोसा दिलाया गया है।
इस मौके पर एन.के. खवास, विकास कुमार, ए.के. दा, बी.के. साव, पिंटू नंदन, रंजीत कुमार, अमित शेखर, विश्वजीत, भानु प्रताप और प्रशांत कुमार सहित कई रेलकर्मी उपस्थित थे।