धनबाद: ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के बैनर तले धनबाद मंडलीय अस्पताल के समक्ष मेडिकल संबंधित विभिन्न कमियों, खामियों और अव्यवस्था के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व ईसीआरकेयू के अपर महामंत्री सह धनबाद मंडल के पी एन एम प्रभारी मो ज़्याऊद्दीन ने किया। मौके पर एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा, ईसीआरकेयू के सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, केन्द्रीय संगठन मंत्री नेताजी सुभाष एवं सोमेन दत्ता सहित समस्त मंडल से आए ईसीआरकेयू के शाखा सचिव एवं सैकड़ों सक्रिय कार्यकर्ता शामिल हुए।उपस्थित रेलकर्मियों को संबोधित करते हुए मो ज़्याऊद्दीन ने कहा कि मंडलीय अस्पताल सहित समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति ठीक नहीं है। कई स्वास्थ्य केन्द्रों पर न तो डाक्टर हैं और न ही आवश्यक दवाईयां हैं। अस्पतालों में पैथोलॉजी जांच की व्यवस्था खत्म हो गई है। एक्सरे और अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बीमार रेलकर्मी और उनके आश्रित इधर उधर भटकते रहते हैं। रेलकर्मियों के कार्य के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो जाने पर एम्बुलेंस आते आते गोल्डेन आवर बीत जाता है और मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। कुछ कर्मचारी स्वेच्छाचारी हो गए हैं और मनमाने ढंग से डियूटी कर रहे हैं और अस्पताल आने वाले रेलकर्मियों के साथ असभ्यता से व्यवहार कर रहे हैं। बहुत से कर्मचारी वर्षों से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो कर सीक में हैं और उनकी सारी छुट्टियां समाप्त हो चुकी हैं। उनके परिवार भुखमरी के कगार पर हैं। ईसीआरकेयू द्वारा बार बार इन कर्मचारियों का शारीरिक जांच करवा कर अंतिम निर्णय लेने की मांग उठाई जाती रही है लेकिन अस्पताल प्रबंधन ऐसे गंभीर मामले के प्रति भी उदासीन है।
अनुबंधित अस्पतालों में भी रेफर करने के लिए रेलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कई अनुबंधित अस्पताल रेफरल मामलों में भी रेलकर्मियों से पैसा वसूल रहे हैं जो कतई स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी मामलों को उच्च स्तर पर उठाया गया है लेकिन कोई समाधान अभी तक नहीं निकला है। इस कारण रेलकर्मियों में भारी असंतोष है। ईसीआरकेयू मांग करता है कि अस्पताल प्रबंधन तत्काल इन समस्याओं का निराकरण करे। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन को और भी बड़े स्तर पर किया जाएगा।यूनियन के मीडिया प्रभारी एन के खावस ने बताया कि सुबह 10 बजे से प्रारंभ हुए यह प्रदर्शन 14 बजे तक चला । इस सभा को विभिन्न शाखा सचिवों ने संबोधित किया। प्रदर्शन के बाद केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा शाखा सचिवों के हस्ताक्षर युक्त मांग पत्र मुख्य चिकित्सा अधीक्षक श्री डी एल चौरसिया को सौंपा गया। श्री चौरसिया ने इन मांगों पर आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
इस आंदोलन में: अजीत कुमार,चंदन शुक्ल, ए के तिवारी, पी के सिन्हा, सुनील कुमार सिंह, बसंत दूबे,उपेन्द्र मंडल,अशोक कुमार, प्रशांत बनर्जी,जे के साव, सी एस प्रसाद, परमेश्वर, आर के सिंह, रामरक्षा,आर एन चौधरी, उमेश सिंह, महेन्द्र महतो, आई एम सिंह, बी के साव, बी बी सिंह, एन के खवास, ए के भगत, अमर यादव, आर के चौबे, रणधीर प्रसाद, अरविंद कुमार, कुश कुमार, आर एन विश्वकर्मा, आर के सिंह, आर के कुमार, डी के नायक, विकास कुमार, सुरेन्द्र कुमार, सुजाता देवी, रूची, सनाऊल, अरविंद, दिनेश, राजीव, एम के तिवारी, अदनान, अरविंद, रवि रोशन, सुदर्शन, पिंटू नंदन, नेपाल, संजीव नयन, संजय, सुजीत, लालबाबु, रमेश, अरविंद मेहता, एस के श्रीवास्तव, अमित शेखर, आशीष, प्रयाग, अमित चक्रवर्ती, एस एन वर्मा, संतोष, मनोज रजक, ज्वाला प्रसाद, राकेश चौरसिया, अमित, रोमी गिरी सहित सैंकड़ों रेलकर्मी उपस्थित रहे।