मिरर मीडिया : राज्य में एकतरफ जहाँ ED खनन मामले में ताबड़तोड़ छापेमारी कर जांच में जुटी है वहीं दूसरी तरफ जिले में धड़ल्ले से हो रही बालू तस्करी से प्रतिदिन लाखों से करोड़ों रूपये के राजस्व का नुकसान राजस्व सरकार को हो रहा है पर फिर भी ये अवैध रूप से तस्करी जारी है। सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की घोषणा के बावजूद खनिज संपदा की चोरी पर लगाम नहीं लग पा रहा है। प्रशासन और खनन विभाग के अधिकारियों के नाक के नीचे ये खुलेआम हो रहा है। हालांकि इस संबंध में विभाग के अधिकारीयों पूरी जानकारी है बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है
आलम ये है कि बालू तस्कर मालामाल हो रहे हैं। सूत्रों कि माने तो बालू के इस अवैध धंधे में हर दिन नए लोग जुड़ते जा रहे हैं बालू की धुलाई अवैध तरीके से हाइवा, ट्रक, 407 एवं ट्रैक्टर के द्वारा की जा रही है धनबाद में हर दिन करीब एक करोड़ रुपए के बालू का अवैध कारोबार संचालित हो रहा है। हालांकि विभाग के अधिकारी का कहना हैं कि चालान निर्गत नहीं हो रहे हैं और बालू घाटों की लीज भी खत्म हो गए हैं तो फिर यह अवैध बालू शहर में घाटों से कैसे आ रहा है बंगाल व अन्य जिलों के चालान पर लोकल स्तर पर धड़ल्ले से बालू की तस्करी हो रही है।
सूत्रों की माने तो बालू की तस्करी से होने वाली कमाई में सब का हिस्सा बंधा होता है जब कोई बालू माफिया समय पर चढ़ावा नहीं चढ़ाता है तो उसके बालू लदे वाहन को जब्त कर लिया जाता है वहीँ जिला स्तर पर कोई अधिकारी आते हैं तो बालू तस्करों के खिलाफ एक-दो दिन करवाई होती है फिर कुछ दिनों बाद स्थिति वही हो जाती है। जिले में टुंडी, पूर्वी टुंडी, बराकर व दामोदर नदी से हर दिन सैकड़ों मिट्रिक टन बालू का अवैध उत्खनन हो रहा है।
बता दें कि बालू माफिया द्वारा वृहद पैमाने पर बालू स्टॉक कर उसे ऊंचे दामों पर बेचा जाता है बालू उठाव के लिए नदी घाटों में करीब 15 से 100 की संख्या में नाव एवं नाव संचालक काम करते हैं। रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन के माध्यम से बालू को हाईवे ट्रक से गंतव्य के लिए भेज दिया जाता है जबकि ट्रैक्टर से अवैध बालू लोड का कारोवार सुबह से ही जारी रहता है।
खनन विभाग के अधिकारी ने इस मामले और बताया कि पुलिस फोर्स की संख्या नहीं मिलने के कारण कार्रवाई करने में असमर्थ है इसके लिए बड़े अधिकारियों को सूचना दे दी गई है बालू का अवैध उठाव जिले में हो रहा है बहुत जल्द इस पर नियंत्रण किया जाएगा।
इधर एनजीटी ने भी लगाई रोक,बावजूद बालू की खुलेआम हो रही तस्करी
बता दें कि एनजीटी ने बालू के उठाव पर रोक लगा दी है बावजूद जिले में खुलेआम बालू की तस्करी हो रही है प्रतिदिन नदी घाटों से 200 ट्रैक्टर , 40 हाईवा एवं 40 407 वाहन एवं ट्रक से वृहद पैमाने पर बालू की तस्करी जारी है।
बालू की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा बालू घाटों की नीलामी की जाती है इसमें पर्यावरण का खास ध्यान रखा जाता है पर रेत की तस्करी में बालू माफिया को प्रशासन का पूरा संरक्षण प्राप्त है नतीजा रात के अंधेरे और दिन के उजाले में धड़ल्ले से यह धंधा जारी है। बता दें कि पिछले महीने ही धनबाद उपायुक्त ने मामले में संज्ञान लिया था एवं खनन पदाधिकारी को जांच कर कार्रवाई की बात कही थी बावजूद अब तक किसी प्रकार का कोई कार्यवाही और रोक विभाग के द्वारा नहीं की गई है।