जमशेदपुर : सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में जिला स्तरीय खरीफ कार्यशाला सह किसान क्रेडिट कार्ड जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिला कृषि कार्यालय व अग्रणी जिला प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया, पूर्वी सिंहभूम के संयुक्त तत्वाधान में यह कार्यक्रम किया गया।
कार्यशाला की शुरूआत प्रखण्ड विकास पदाधिकारी जमशेदपुर व जिला पंचायती राज पदाधिकारी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की गई। उद्घाटन भाषण जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कालिन्दी ने दी। उन्होंने कहा इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य किसानों को खरीफ फसलों की खेती से अवगत कराना है। साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड से कैसे किसान खेती-बाड़ी लाभान्वित हो सकते है इसके बारे में बताया। मोटे अनाज के तहत मडुवा, कोदो, सांवा फसल जो वर्षों पहले किसान खेती किया करते थे उसकी खेती को प्रोत्साहित करने का सुझाव दिये। जिले के संबंद्ध विभाग उद्यान, मत्स्य, गव्य, पशुपालन के पदाधिकारियों के द्वारा अपने-अपने विभागीय योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में बैंक अधिकारियों द्वारा कृषि ऋण व विभागीय पदाधिकारियों द्वारा कृषि योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। अग्रणी जिला प्रबंधक संतोष कुमार ने तकनीकी सत्र में किसान क्रेडिट कार्ड और अन्य कृषि आधारित वित्त सुविधाओं के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से किसानों को समझाया। आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया, वित्त की मात्रा, केसीसी के लिए योग्यता, केसीसी खातों के संचालन, किसानों के प्रकार, उनकी वित्तीय आवश्यकताओं व ऋण की पुर्नभुगतान के बारे में उनके द्वारा जानकारी दी गई। उन्होंने कहा जिले के सभी योग्य किसानों को केसीसी से आच्छादित करने के लिए विभाग से जुड़े सभी पदाधिकारी और कर्मियों को साथ मिलकर किसान हित में कार्य करने की जरूरत है इसमें बैंक के द्वारा जो भी आवश्यक सहयोग होगा हम करेंगे।
कार्यशाला में उपस्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक गोंदरा मार्डी व क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. देवाशीष महतो ने भी किसानों को संबोधित किया और उन्हें खरीफ मौसम में लगने वाले फसल, प्रभेद, कीट रोकथाम आदि के बारे में कृषि तकनीकों की जानकारी दी गई। कार्यशाला के दौरान जमशेदपुर, पोटका, पटमदा व बोड़ाम से चयनित कुल 12 किसानों को कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य के लिए सम्मानित किया गया।