बांग्लादेश की लोकप्रिय राजनेत्री और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया का 30 दिसंबर 2025 की सुबह ढाका स्थित एवरकेयर अस्पताल में निधन हो गया। वह 80 वर्ष की थीं। उनकी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने इस दुखद जानकारी की पुष्टि की है।
📌 मृत्यु का कारण
खालिदा जिया की मौत एक दीर्घकालिक बीमारी के कारण हुई। डॉक्टरों के अनुसार उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएँ थीं, जिनमें शामिल हैं:
लिवर सिरोसिस
हृदय और छाती की समस्याएँ
डायबिटीज
आर्थराइटिस और अन्य पुरानी बीमारियाँ
उन्होंने कुछ समय पहले फेफड़ों के संक्रमण के लक्षण दिखाने पर 23 नवंबर 2025 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
📌 राजनीतिक सफर और योगदान
🔹 खालिदा जिया बांग्लादेश की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा थीं और उन्होंने तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।
🔹 वह 1991 में पहली बार प्रधानमंत्री बनीं, जिससे वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
🔹 उन्होंने BNP को decades तक नेतृत्व किया और देश की राजनीति में एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में अपनी छवि बनाई।
📌 राजनीतिक विवाद और चुनौतियाँ
खालिदा जिया और उनकी पार्टी की राजनीति में कई उतार-चढ़ाव आए:
उन्हें कई भ्रष्टाचार मामलों में जेल भी जाना पड़ा, लेकिन बाद में शीर्ष अदालत ने कई मामलों में उन्हें बरी कर दिया।
उनके राजनीतिक जीवन में शेख हसीना के साथ भी कड़ा प्रतिद्वंद्वी स्वरूप देखा गया, जिससे बांग्लादेश की राजनीति में लंबे समय तक तीव्र झड़पें और मतभेद रहे।
📌 देश और राजनीति पर प्रभाव
🔹 उनके निधन से बांग्लादेश में गहरा शोक का माहौल है।
🔹 उनके पुत्र तारिक रहमान, जो BNP के कार्यवाहक अध्यक्ष हैं, देश के आगामी चुनावों में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नेता माने जा रहे हैं।
🕯️ खालिदा जिया का राजनीतिक जीवन
बांग्लादेश के लोकतंत्र और नेतृत्व की एक महत्वपूर्ण कहानी है, जिन्होंने लंबे समय तक देश की राजनीति को आकार दिया।

