जमशेदपुर। झारखंड की निष्क्रिय सरकार के कारण देवघर में पिछले 22 घंटे से पर्यटक रोपवे पर हवा में लटके हुए हैं। सरकार का कोई भी प्रतिनिधि आज सुबह तक घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। न तो आपदा प्रबंधन मंत्री और न ही पर्यटन मंत्री, जो इसी क्षेत्र से आते हैं एवं कल देवघर में ही थे। इससे यह दिखाता है कि घटना को लेकर हेमंत सरकार कितनी गंभीर है। ये बातें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने सोमवार को बयान जारी कर कहीं। उन्होंने कहा कि कल शाम को घटना होने के बाद एनडीआरएफ को लगाया गया था। लेकिन कल ही समझ में आ गया था कि सेना की मदद के बिना बचाव और राहत कार्य चलाना संभव नहीं है। सरकार ने लोगों के जान की परवाह नहीं की और सेना को तत्काल नहीं बुलाया। त्वरित निर्णय नहीं लेने की क्षमता का नतीजा हुआ कि रात भर यात्री हवा में लटके रहे। आज लोगों और मीडिया के दबाव में सरकार ने सेना को बुलाया। इसके बाद राहत और बचाव कार्य में तेजी आई। यह बहुत ही चिंता की बात है। देश के गृहमंत्री अमित शाह पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि सेना के जवान हमारे सभी यात्रियों को सकुशल बचा लेंगे। दास ने झारखंड सरकार से घटना में मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा व सरकारी नौकरी तथा घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर कराने की मांग की। साथ ही इस घटना के दोषियों को जल्द सजा दिलाने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।