डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पोटका के हरिणा गांव में एक स्कूल के 164 छात्रों को अपनी जान बचाने के लिए स्कूल की छत पर चढ़ना पड़ा। पानी के अत्यधिक भराव के कारण स्कूल परिसर पूरी तरह डूब गया था, जिससे छात्रों को यह कदम उठाना पड़ा।

बारिश का कहर
बहरागोड़ा: क्षेत्र में सबसे अधिक 306.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
जमशेदपुर: यहां 70 मिमी बारिश हुई, जिससे शहर के निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है।
नदियों का बढ़ता जलस्तर
लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। चांडिल डैम के आठ रेडियल गेट खोल दिए गए हैं, जिससे नदियों में पानी का बहाव और तेज हो गया है। खरकई नदी खतरे के निशान पर बह रही है, जबकि स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी कर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
स्थिति पर प्रशासन की नजर
जिला प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और राहत व बचाव कार्यों के लिए टीमों को तैयार रखा गया है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।