Bihar: बिहार में वोट अधिकार यात्रा के बाद कांग्रेस का ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान, कितना होगा सियासी फायदा?

Neelam
By Neelam
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बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है। चुनाव से पहले जनता को अपने पाले में करने के लिए सभी दलों ने विशेष अभियान चला रखा है। बीजेपी, जेडीयू, राजद और जन सुराज सहित तमाम राजनीतिक दलों की ओर से अपनी-अपनी यात्राएं निकाली जा रही हैं। इस बीच हाल ही में वोट अधिकार यात्रा खत्म करने के बाद कांग्रेस ने नया चुनावी अभियान शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने बिहार एसआईआर के खिलाफ वोटर अधिकार यात्रा के बाद अब प्रदेश में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान शुरू किया है। 15 सितंबर से शुरु हुआ यह अभियान 15 अक्टूबर तक चलेगा।

पांच करोड़ लोगों का होगा हस्ताक्षर

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देश पर यह अभियान शुरू किया गया है। जिला, ब्लॉक और मंडल स्तर पर यह अभियान चलेगा। इस अभियान के जरिए वोट चोरी के खिलाफ पार्टी के नेता-कार्यकर्ता लोगों को जागरूक करेंगे और उनसे इस मुहिम के समर्थन में पांच करोड़ लोगों के हस्ताक्षर प्राप्त करेंगे। आमजन के इन हस्ताक्षरों को राष्ट्रपति और चुनाव आयोग को सौंपा जाएगा। 

घर-घर जाकर एकत्र होगा हस्ताक्षर

वोट चोर-गद्दी छोड़ हस्ताक्षर अभियान को लेकर प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने सभी जिलाध्यक्षों, कार्यकारी अध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ताओं को पत्र लिखकर हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्देश दिया है। पार्टी के सभी पदाधिकारियों को पत्र जारी करते हुए लिखा है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्णय के अनुसार पूरे प्रदेश में वोट चोर-गद्दी छोड़ हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य घर-घर जाकर और सार्वजनिक जनसंपर्क के माध्यम से पांच करोड़ हस्ताक्षर एकत्र करना है। इन हस्ताक्षरों को भारत निर्वाचन आयोग और राष्ट्रपति को सौंपा जाना है। हर जिले से अभियान की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से एआइसीसी को भेजी जायेगी।

अडानी समूह को जमीन देने के खिलाफ 18 को कांग्रेस का मार्च

इस बीच 18 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से बिहार में अडानी को दी गयी जमीन के विरोध में पटना में विशाल विरोध मार्च निकाला जाएगा। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र की मोदी सरकार ने अडानी समूह को भागलपुर में एक रुपये की वार्षिक लीज पर 1050 एकड़ जमीन और 10 लाख पेड़ दिए हैं। कांग्रेस ने इसे बिहार के किसानों के साथ अन्याय और बिहार की जनता के साथ बड़ी लूट बताया है। अब पार्टी ने इसके खिलाफ 18 सितंबर को पटना में मार्च आयोजित किया है। यह मार्च सदाकत आश्रम से शुरू होकर राजेंद्र प्रसाद के समाधि स्थल तक जाएगा।

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