डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: उचित सम्मान नहीं मिला तो हमारी पार्टी कहीं भी जाने को स्वतंत्र: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस वक्त पूरे बिहार में पशुपति पारस और चिराग पासवान की खूब चर्चा हो रही है। वहीं, चाचा-भतीजे की जंग अब सियासी रूप से एनडीए के लिए परेशानी का सबक बन चुकी है।
रामविलास पासवान के निधन के बाद उनकी सियासी विरासत का जिम्मा लिए दोनों ने अपनी राहें जुदा कर ली थीं। दोनों एक दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। अब इनकी जंग चुनावी मैदान तक पहुंच गई है।
पशुपति पारस ने की हाई लेवल मीटिंग
इधर, चिराग पासवान की तो एनडीए के साथ डील हो गई, लेकिन अब उनके चाचा पशुपति पारस के स्टैंड को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पशुपति पारस ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित अपने आवास पर पार्टी की हाई लेवल मीटिंग की। मीटिंग के बाद पशुपति पारस ने बयान दिया।
पशुपति पारस ने कहा कि जब तक बीजेपी (BJP) की तरफ से लिस्ट जारी नहीं होती, तब तक वो इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा, “अगर हमें उचित सम्मान नहीं मिला तो हमारी पार्टी का रास्ता खुला हुआ है… हम कहीं पर भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं।”
एनडीए से वफादारी के साथ बढ़ाई मित्रता:पशुपति पारस
पशुपति पारस ने कहा कि उन्होंने बीजेपी की टॉप लीडरशिप से बोल दिया है कि उनकी पार्टी के सांसदों को टिकट मिलना चाहिए और अपने फैसले पर पुनर्विचार करें। पशुपति पारस ने इस दौरान यह भी कहा कि वो हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हमने एनडीए के साथ वफादारी के साथ मित्रता बढ़ाई है।
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