बिहार की सियासत में इन दिनों चुनावी रंग चढ़ा हुआ है। जल्द ही विधानसभा चुनाव की तारीखें भी घोषित हो जाएंगी। इससे पहले सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। चुनावी समर में एक तरफ भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए है। तो दूसरी तरफ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अगुवाई में विपक्षी दलों का इंडिया अलायंस मैदान में है। इस बीच ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बिहार विधानसभा चुनाव में ताल ठोक दिया है।

निर्दलीय उम्मीदवार को देंगे अपना समर्थन
सियासी समर में उतरे ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती आज से बिहार के चुनावी दौरे पर हैं। अगले 45 दिनों तक शंकराचार्य बिहार के सभी जिलों में जाएंगे और चुनाव की रणनीति तैयार करेंगे। अविमुक्तेश्वरानंद गोरक्षा के नाम पर निर्दलीय उम्मीदवार को अपना समर्थन देंगे। शंकराचार्य किसी भी राजनीतिक दल के उम्मीदवार को अपना समर्थन नही देंगे। शंकराचार्य ने कहा कि जब सब कुछ वोट से ही तय होना है तो अब ऐसा ही होगा।
बिना नाम लिए बीजेपी को सुनाया
शंकराचार्य ने कहा कि हम चाहते की बिहार के 225 सीटों पर हमारे प्रत्याशी उतरे क्योंकि सबका साथ सबका विकास कहने वाले लोगों का यही मानना है कि हम गौ हत्या करने वालों का भी समर्थन करते हैं और गौ पूजा करने वालों का भी। हम दोहरा चरित्र की स्पष्टता करना चाहते हैं। शंकराचार्य ने कहा कि एक गाना था कि हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है। लेकिन हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गाय कटती है। यह हमारे लिए शर्मिंदगी लज्जा का विषय हैं। हम बिहार में सभी राजनीतिक दलों के पास गए लेकिन किसी ने भी गौ रक्षा की बात नहीं कही।
वोटरों के बीच जाएंगे अविमुक्तेश्वरानंद
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि वोटरों के बीच जाएंगे और गोरक्षा के प्रति जो लोग कृतसंकल्प हैं, उनको इस बात का एहसास कराना है कि गोहत्या के ख़िलाफ जो भी निर्दलीय प्रत्याशी अपना समर्थन दे रहा है या गाय को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिलाने के लिए संकल्पित है, उसको अपना वोट देना है। हम किसी भी राजनीतिक दल के समर्थन में नही हैं क्योंकि किसी भी दल ने गोहत्या के ख़िलाफ अपना समर्थन नही दिया।

