Microsoft ने भारत में अगले चार वर्षों (2026–2029) में 17.5 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.5–1.6 लाख करोड़) निवेश करने की घोषणा की है।
कंपनी का कहना है कि यह एशिया में उसका अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।
🎯 निवेश का मकसद — AI, क्लाउड, स्किलिंग और डिजिटल आत्मनिर्भरता
यह निवेश भारत में क्लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, डेटा सेंटर्स और “हाइपरस्केल” क्लाउड क्षमता बढ़ाने के लिए है।
साथ ही, Microsoft भारत में AI-स्किलिंग, कौशल विकास (skilling programmes), और “स्वायत्त (sovereign) क्षमताओं” के निर्माण का लक्ष्य बता रही है।
कंपनी ने कहा है कि यह निवेश 2025 में घोषित 3 बिलियन डॉलर निवेश के ऊपर है — यानी कुल कमिटमेंट अब करीब 20.5 बिलियन डॉलर हो गई है।
🤝 पॉलिसी और सरकार के नजरिए से
Microsoft के CEO Satya Nadella ने X (पूर्वत: ट्विटर) पर लिखा कि “भारत की AI संभावनाओं पर हुई प्रेरणादायक बातचीत” के बाद यह निवेश किया जा रहा है।
भारत सरकार के लिए यह एक बड़ा संदेश है — देश को AI-पहली (AI-first) डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में आगे ले जाने का प्रयास।
🌐 आगे क्या असर हो सकता है
इस निवेश से भारत में बेहतर क्लाउड और AI-पर्याप्त इंफ्रासक्चर बन सकेगी — जिससे स्टार्टअप्स, तकनीकी कंपनियाँ और सरकारी एजेंसियाँ तेज गति से डिजिटल सेवाएँ और AI समाधान विकसित कर सकेंगी।
लाखों युवाओं को तकनीकी कौशल (AI, क्लाउड, डेटा साइंस आदि) सीखने का मौका मिल सकता है — जिससे रोजगार एवं इनोवेशन का दायरा बड़ा होगा।
भारत में डेटा-सुविधा (data-sovereignty), सुरक्षित क्लाउड सेवा और देशीय डिजिटल क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा — जो दीर्घकालिक विकास के लिए अहम है।
भारत बनेगा AI पावरहाउस — PM मोदी से मुलाकात के बाद Microsoft का ₹1.5 लाख करोड़ निवेश का ऐलान

