डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर: पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारतीय सेना ने पूर्वी कमान के तहत तीस्ता फील्ड फायरिंग रेंज में ‘तीस्ता प्रहार’ अभ्यास आयोजित किया। यह अभ्यास चीन से सटी पूर्वी सीमा पर तीस्ता नदी के किनारे चुनौतीपूर्ण इलाकों में किया गया, जिसमें सेना ने युद्ध जैसी परिस्थितियों में अपनी तत्परता, तालमेल और उन्नत हथियारों की प्रभावशीलता का शक्तिशाली प्रदर्शन किया।
रक्षा प्रवक्ता के अनुसार त्रिशक्ति कोर के तत्वावधान में आयोजित इस अभ्यास में पैदल सेना, तोपखाना, बख्तरबंद कोर, मशीनीकृत पैदल सेना, पैरा स्पेशल फोर्स, सेना विमान, इंजीनियर और सिग्नल कोर ने हिस्सा लिया। अभ्यास में अगली पीढ़ी के अत्याधुनिक हथियारों, सैन्य प्लेटफार्मों और युद्धक्षेत्र प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया गया, जो सेना के आधुनिकीकरण पर जोर को दर्शाता है।
तीस्ता प्रहार में सटीक हमले त्वरित लामबंदी और निर्बाध समन्वय पर ध्यान केंद्रित किया गया। रक्षा अधिकारी ने बताया कि यह अभ्यास भारतीय सेना की विविध इलाकों और कठिन मौसम में तेजी से संचालन करने की क्षमता को मजबूत करता है। यह युद्ध उत्कृष्टता, तकनीकी उन्नति और परिचालन तत्परता के प्रति सेना की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।