डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर: पूर्व रेलवे के सियालदह मंडल ने फर्जी टिकट परीक्षकों (टीटीई) की पहचान करने और यात्रियों का भरोसा बढ़ाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। मंडल ने सभी टिकट चेकिंग कर्मियों के लिए वर्दी के साथ विशेष लोगो युक्त यूनिक पहचान बैज अनिवार्य कर दिया है। इस बैज के बिना किसी भी टीटीई को स्टेशन या ट्रेन में ड्यूटी नहीं दी जाएगी।
सियालदह के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) राजीव सक्सेना ने गुरुवार को इस विशिष्ट पहचान बैज का शुभारंभ किया। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जसराम मीणा के मार्गदर्शन में शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य फर्जी टीटीई की गतिविधियों पर रोक लगाना और रेलवे की विश्वसनीयता को मजबूत करना है। मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि यह बैज सियालदह मंडल के 344 टिकट परीक्षकों की वर्दी का अभिन्न हिस्सा होगा।
बैज की डिजाइन ऐसी है कि इसे नकल करना असंभव है, जिससे फर्जी टीटीई की पहचान आसानी से हो सकेगी। यह बैज टीटीई के कोट और शर्ट पर दिखाई देगा। डीआरएम राजीव सक्सेना ने कहा यह पहल टिकट जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता, विश्वसनीयता और प्रभावशीलता बढ़ाएगी। इससे यात्रियों का यात्रा अनुभव अधिक सुरक्षित और विश्वासपूर्ण होगा। यह कदम भारतीय रेलवे के टिकट चेकिंग स्टाफ के लिए एक नया मानक स्थापित करेगा।