मिरर मीडिया : रांची में हिंसा और पत्थरबाजी के बाद बंद की गई इंटरनेट सेवा भी आज सुबह करीब पांच बजे से बहाल कर दी गई है। हालांकि शहर के मेन रोड में सुजाता चौक से फिरायालाल तक आज भी धारा 144 लागू है।जबकि शहर के अन्य सभी जगह धारा 144 से मुक्त हो गया है। वहीं मंदिरों में पूजा अर्चना भी शुरू हो गई है। इस बाबत भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी संकट मोचन मंदिर जाकर बजरंगबली का आशीर्वाद लिया। और क्षतिग्रस्त मंदिर परिसर पर चिंता जाहिर की। उन्होंने इस घटना को सुनियोजित साजिश का हिस्सा बताते हुए सभी आरोपी को जल्द पकड़े जाने की मांग की।
बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया है
कल देर रात अपने गाँव से रांची लौटते ही मेन रोड स्थित संकट मोचन मंदिर जाकर बजरंगबली का आशीर्वाद लिया। उपद्रवियों के हमले से क्षतिग्रस्त मंदिर परिसर को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इतने बड़े पैमाने पर पत्थरबाज़ी बिना सुनियोजित साजिश के संभव नहीं। आरोपी जल्द पकड़े जाने चाहिए।
कल देर रात अपने गाँव से रांची लौटते ही मेन रोड स्थित संकट मोचन मंदिर जाकर बजरंगबली का आशीर्वाद लिया। उपद्रवियों के हमले से क्षतिग्रस्त मंदिर परिसर को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इतने बड़े पैमाने पर पत्थरबाज़ी बिना सुनियोजित साजिश के संभव नहीं।
— Babulal Marandi (Modi Ka Parivar) (@yourBabulal) June 12, 2022
आरोपी जल्द पकड़े जाने चाहिए। pic.twitter.com/vjz8RRVzWA
इधर रांची में हुई हिंसा मामले में 20 से अधिक लोगों को नामजद और 8 से 10 हजार अज्ञातों को आरोपी बनाया है, वहीं 9 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही मामले में पुलिस कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जानकारी के अनुसार, दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी। इसके, बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने जुलूस निकालकर शहर में उपद्रवी मचाया। इधर प्राथमिकी के बाद जिला पुलिस ने इससे संबंधित इलाके में छापेमारी कर लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। जबकि इस हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डेली मार्केट की ओर लोगों की बढ़ती भीड़ को पुलिस ने उर्दू लाइब्रेरी के पास रोकने की कोशिश की थी लेकिन उपद्रवियों ने पुलिस से हाथापाई और धक्का-मुक्की को बढ़ावा दिया। इतना ही नहीं भीड़ ने पुलिस पर फायरिंग और पथराव भी शुरू कर दिया। इससे कई पुलिसकर्मी और पदाधिकारियों को चोट लगी। वहीं बवाल के ज्यादा बढ़ने पर पुलिस ने बल प्रयोग किया। इसपर भी जब भीड़ नहीं संभली तो आत्मरक्षार्थ पुलिस ने उपद्रवियों पर फायरिंग की। इसके बाद भीड़ में शामिल लोग इधर-उधर भागने लगे।