भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को अपने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया। 74 वर्षीय धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे अपने पत्र में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए यह फैसला लिया। उन्होंने लिखा,
> “To prioritise health care and abide by medical advice, I hereby resign as Vice‑President of India, effective immediately, in accordance with Article 67(a) of the Constitution.”
“अपने स्वास्थ्य की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए और चिकित्सकीय सलाह का पालन करते हुए, मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं।”
धनखड़ का यह निर्णय राजनीति और संसद के गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। कई नेताओं ने उनके स्वास्थ्य की चिंता जताई है, तो कुछ विपक्षी नेताओं ने इसे ‘अचानक और असामान्य’ करार दिया है।
क्या है इस्तीफे की वजह?
धनखड़ पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। मार्च में उन्हें AIIMS में भर्ती कराया गया था जब उन्हें हृदय से जुड़ी समस्या हुई। इसके बाद जून में उत्तराखंड के एक कार्यक्रम में बेहोश होने की घटना ने उनकी सेहत पर और सवाल खड़े किए।
धनखड़ ने अपने इस्तीफे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति और सभी सांसदों का धन्यवाद किया और कहा कि उन्होंने संविधान की रक्षा और लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते हुए अपने पद का निर्वहन किया।
कौन है जगदीप धनखड़?
जगदीप धनखड़ ने अपने करियर की शुरुआत वकालत से की थी।
1989 में जनता दल से सांसद बने और केंद्रीय मंत्री भी रहे।
2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने और ममता बनर्जी सरकार से लगातार टकराव में रहे।
2022 में एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर उपराष्ट्रपति चुने गए।
अब आगे क्या होगा?
धनखड़ के इस्तीफे के बाद संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उपराष्ट्रपति का पद रिक्त माना जाएगा।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 67(a) के तहत उपराष्ट्रपति इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज सकते हैं। चूंकि इस्तीफा स्वीकार हो गया है, अब राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन (वर्तमान में हरिवंश नारायण सिंह) कार्यवाहक अध्यक्ष की भूमिका संभालेंगे।
नया उपराष्ट्रपति कब चुना जाएगा?
संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति का पद रिक्त होने की स्थिति में छह महीने के भीतर नए उपराष्ट्रपति का चुनाव कराना जरूरी है।
चुनाव की घोषणा जल्द ही चुनाव आयोग करेगा। उपराष्ट्रपति का चुनाव सांसदों द्वारा गुप्त मतदान से होता है जिसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सदस्य वोट डालते हैं।
क्या बोले विपक्षी नेता?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा,
“धनखड़ का इस्तीफा केवल स्वास्थ्य कारणों से है या इसके पीछे कुछ और भी है, यह समय बताएगा।”
वहीं भाजपा नेताओं ने उनके निर्णय का सम्मान करते हुए उनके स्वास्थ्य की कामना की है।