डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए जिला शिक्षा विभाग, पूर्वी सिंहभूम द्वारा साइबर पीस संस्था के सहयोग से एक व्यापक साइबर जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस पहल का उद्देश्य जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है।
इस अभियान के तहत पहला जागरूकता सत्र 28 अप्रैल 2025 को लोयोला स्कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न निजी व सरकारी स्कूलों से 1200 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल शामिल हुए। उन्होंने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को साइबर अपराधों की बढ़ती प्रवृत्ति के प्रति न केवल आगाह किया, बल्कि उन्हें डिजिटल दुनिया में सुरक्षित और सतर्क रहने के लिए महत्वपूर्ण उपाय भी बताए। उन्होंने विद्यार्थियों को यह समझाया कि जागरूकता ही साइबर अपराध से बचाव का सबसे प्रभावी माध्यम है। ऑनलाइन व्यवहार में सावधानी बरतने, निजी जानकारियों को सुरक्षित रखने, संदिग्ध लिंक या वेबसाइट्स से दूर रहने और सुरक्षित पासवर्ड प्रथाओं को अपनाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया कि अगर किसी भी तरह की साइबर धोखाधड़ी, हैकिंग या अन्य डिजिटल अपराध का सामना हो, तो घबराने के बजाय तुरंत साइबर थाना या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें। ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जागरूक और सतर्क नागरिक ही एक सुरक्षित डिजिटल समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
ट्रेनर कृति श्रीवास्तव ने तकनीकी सत्र में छात्रों को ऑनलाइन सुरक्षा के व्यवहारिक उपायों की जानकारी दी और कुछ विश्वसनीय वेबसाइट्स के बारे में बताया, जहां से वे खबरों की सच्चाई की पुष्टि कर सकते हैं। जिला शिक्षा विभाग और साइबर पीस संस्था का यह संयुक्त प्रयास भविष्य में भी जिले के विभिन्न विद्यालयों में जारी रहेगा, जिससे विद्यार्थियों को साइबर खतरों से सुरक्षित रखने के लिए सतत जागरूक किया जा सके।