जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। दोनों देशों के बीच हालात हर दिन और अधिक गंभीर होते जा रहे हैं। इसी बीच भारत सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस हमले का करारा जवाब जरूर देगी। इस संदर्भ में सुरक्षा और तैयारियों के लिहाज से एक अहम कदम उठाते हुए भारत सरकार ने 7 मई को देशभर के 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का फैसला लिया है। यह ड्रिल 1971 के युद्ध के बाद अब तक की सबसे बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा अभ्यास मानी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर बैठकें कर चुके हैं। सेना के तीनों अंगों – थलसेना, वायुसेना और नौसेना – के प्रमुखों के साथ उच्च स्तरीय बैठकें हो चुकी हैं। इसके परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर में भारी संख्या में फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
मॉक ड्रिल की तैयारियां तेज़, देशभर के जिलों में अलर्ट
इस मॉक ड्रिल की योजना बेहद गंभीरता से बनाई गई है। गृह मंत्रालय में 6 मई को इस संबंध में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई जिसमें एनडीआरएफ, होम गार्ड, फायर सर्विस के डीजी, रेलवे और वायु सुरक्षा अधिकारियों ने भाग लिया। श्रीनगर में एसडीआरएफ ने विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं।
कैसे होगी मॉक ड्रिल? जानिए प्रमुख बिंदु:
मॉक ड्रिल के दौरान पूरे इलाके में ब्लैकआउट किया जाएगा यानी सभी घरों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों की लाइटें बंद कर दी जाएंगी।
तेज आवाज में सायरन बजाए जाएंगे ताकि लोग सतर्क हो सकें।
सायरन की आवाज सुनते ही नागरिकों को अपने नजदीकी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने का निर्देश दिया जाएगा।
नागरिकों को हवाई हमले या किसी अन्य खतरे की स्थिति में बचाव और सुरक्षा से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
इन राज्यों के जिलों में होगी मॉक ड्रिल:
राजस्थान: कोटा, रावत-भाटा, अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर, सीकर, नाल, सूरतगढ़, आबू रोड, नसीराबाद (अजमेर), भिवरी, फुलेरा (जयपुर), नागौर (मेड़ता रोड), जालोर, बेवर (अजमेर), लालगढ़ (गंगानगर)
उत्तर प्रदेश (UP): बुलन्दशहर (नरौरा), आगरा, इलाहाबाद, बरेली, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, वाराणसी, बख्शी-का-तालाब, मुगलसराय, सरसावा, बागपत, मुजफ्फर नगर
हरियाणा: अंबाला, हिसार, फरीदाबाद, गुड़गांव, पंचकूला, पानीपत, रोहतक, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर, झज्झर
गुजरात: सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद, जामनगर, गांधीनगर, भावनगर, ककरापुर, कांडला, नलिया, अंकलेश्वर, ओखा, वडिनार, भरूच, दंग्स, कच्छ, मेहसाना, नर्मला, नवसारी
जम्मू-कश्मीर: अनंतनाग, बडगाम, बारामूला, डोडा, जम्मू, कारगिल, कठुआ, कुपवाड़ा, लेह, पूंछ, राजौरी, श्रीनगर, उद्यमपुर, सांबा, अखनूर, उरी, नौशेरा, सुंदरबनी, अवंतीपुर, पुलवामा
पंजाब: अमृतसर, भटिंडा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, पठानकोट, अजनामपुर, बरनाला, भाखड़ा-नांगल, हलवारा, कोठकापुर, बटाला, मोहाली (सासनगर), अबोहर, फरीदपुर, रोपड़, संगरूर
ओडिशा (उड़ीसा): तालचेर, बालासोर, कोरापुट, भुवनेश्वर, गोपालपुर, हीराकुंड, पारादीप, राउरकेला, भद्रक, ढेंकनाल, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा
बिहार: बरौनी, कटिहार, पटना, पुर्णिया, बेगूसराय
असम: बोंगाईगांव, डिब्रूगढ़, धुबरी, गोलपारा, जोरहाट, सिबसागर, तिनसुकिया, तेजपुर, डिगबोई, डिलियाजान, गुवाहाटी (डिसपुर), रंगिया, नामरूप, नाजिरा, नॉर्थ-लखीमपुर, नुमालीगढ़, डारंग, गोलाघाट, बारबी-ग्लो-काकरा
झारखंड: बोकारो, गोमियो, गोड्डा, साहेबगंज
अरुणाचल प्रदेश: अलोंग, ईटानगर, तवांग, हयुलियांग, बोमडिला
पश्चिम बंगाल: कूचबिहार, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, दुर्गापुर, ग्रेटर कोलकाता, हल्दिया, हाशिमारा, खरगपुर, आसनसोल, फरक्का, चितरंजन, बालुरघाट, अलीपुरद्वार, इस्लामपुर, दिनहाटा, मेखलीगंज, माथाभांगा, कलिंपोंग, जलढाका, कुर्सियांग, कोलाघाट, बर्धमान, बिरभूम, पूर्व मेदनीपुर, हावड़ा, हुगली, मुर्शिदाबाद
मध्यप्रदेश: भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, कटनी
गोवा: नॉर्थ गोवा, साउथ गोवा
महाराष्ट्र: मुंबई, तारापुर, ठाणे, पुणे, नासिक, पिंपरी चिंचवाड, औरंगाबाद, भुसावल, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग
लक्षद्वीप:
लक्षद्वीप
कर्नाटक: बेंगलुरु, मल्लेश्वर, रायचूर
केरल: कोचीन, तिरुवंतपुरम
मेघालय: ईस्ट खासी हिल्स, जैंतिया हिल, वेस्ट गारो हिल्स
मणिपुर: इंफाल, चुराचांदपुर, उखरूल, मोरेह, निगंथौ-खौंग
अन्य स्थान:
चंडीगढ़
छत्तीसगढ़: दुर्ग (भिलाई)
दादरा और नगर हवेली: दादरा (सिलवासा)
दमन और दीव: दमन
पुडुचेरी
हिमाचल प्रदेश: शिमला
दिल्ली (नई दिल्ली व दिल्ली छावनी सहित)
अंडमान-निकोबार: पोर्टब्लेयर
आंध्र प्रदेश: हैदराबाद, विशाखापत्तनम
त्रिपुरा: अगरतल्ला
उत्तराखंड: देहरादून
7 मई को देशभर के 244 जिलों में यह मॉक ड्रिल न केवल एक सुरक्षा अभ्यास है, बल्कि यह देश के नागरिकों को सतर्क और तैयार रखने की एक बड़ी कोशिश है। सरकार की मंशा स्पष्ट है — सुरक्षा में कोई चूक नहीं होनी चाहिए और हर नागरिक को संकट के समय अपनी रक्षा करने की पूरी जानकारी होनी चाहिए। इस मॉक ड्रिल के जरिए भारत अपनी तैयारियों का व्यापक प्रदर्शन करने जा रहा है।