मिरर मीडिया : बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल होने लगी है। इसी क्रम में मंगलवार को जनता दल युनाइटेड ने अपने सांसदों की बैठक बुलाई है। सुबह ग्यारह बजे मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में होने वाली इस बैठक में शामिल होने के लिए पार्टी के तमाम सांसद पटना पहुंचने लगे हैं। हालांकि कुछ सांसदों का कहना है कि हर दो महीने पर बैठक बुलाई जाती है, उसी बैठक में शामिल होने के लिए सभी आ रहें हैं।
इधर कांग्रेस पार्टी ने नीतीश कुमार को समर्थन देने का ऐलान किया है। लेकिन इसके लिए कांग्रेस ने नीतीश कुमार के सामने एक शर्त भी रखी है। कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छोड़ेंगे तो उनको हमारा समर्थन मिलेगा। पटना में देर शाम कांग्रेस की हुई बैठक के बाद पार्टी ने जेडीयू को समर्थन देने का ऐलान करते हुए यह बात कही।
दरअसल बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ आने और महागठबंधन की सरकार बनाने की सुगबुगाहट है। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार बीजेपी से नाराज हैं। यही वजह है कि वह रविवार को नीति आयोग की बैठक में भी शामिल नहीं हुए। सोमवार को उनके एकबार फिर पाला बदलने और महागठबंधन के साथ आने की चर्चा जोरों पर रही है।
गौरतलब है कि वर्तमान में बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के 127 सदस्य हैं जबकि आरजेडी नीत विपक्षी महागठबंधन के 96 सदस्य हैं। वहीं, कांग्रेस के 19 और एआईएमआईएम के एक सदस्य हैं। आरजेडी 79 विधायकों के साथ विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। वहीं, 77 विधायकों वाली बीजेपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। जेडीयू 45 सदस्यों के साथ तीसरे नंबर की पार्टी है।