डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया लगभग पूरी होने के बाद अब चुनाव आयोग का ध्यान झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की ओर है। संकेतों के अनुसार, अगले हफ्ते की शुरुआत तक इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। आयोग कभी भी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है।
तैयारियों पर चर्चा और अंतिम रूप
चुनाव आयोग ने गृह मंत्रालय और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर झारखंड और महाराष्ट्र में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की है। दोनों राज्यों का दौरा करने के बाद चुनाव आयोग ने वहां की स्थिति का आकलन किया और उसे अंतिम रूप दिया। आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर तक समाप्त हो रहा है, इसलिए चुनावी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करनी होगी। चुनाव के लिए करीब 40 दिन का समय दिया जाता है, इसलिए इसकी घोषणा में अब और देरी की संभावना नहीं है।
झारखंड में ठंड को देखते हुए चुनाव जल्द
झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 तक है, लेकिन ठंड के कारण वहां चुनाव भी महाराष्ट्र के साथ ही संपन्न किए जा सकते हैं। दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड को देखते हुए आयोग चुनाव की योजना को पहले से ही तैयार कर चुका है। सूत्रों के अनुसार, दोनों राज्यों में चुनाव की घोषणा की पूरी तैयारी हो चुकी है।
महाराष्ट्र में स्थानांतरण पर आयोग की सख्ती
चुनाव आयोग ने हाल ही में महाराष्ट्र सरकार को अधिकारियों के स्थानांतरण में देरी के लिए फटकार लगाई थी। इसके बाद संबंधित अधिकारियों का स्थानांतरण भी कर दिया गया। आयोग की पैनी नजर अब भी महाराष्ट्र में अधिकारियों के स्थानांतरण पर है और चुनाव की घोषणा के बाद गड़बड़ी मिलने पर सख्त कदम उठाएगा। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान भी स्थानांतरण नीति का पालन न करने पर आयोग ने कई अधिकारियों को हटा दिया था।
उपचुनाव की भी संभावना
चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के साथ ही वायनाड और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों की भी घोषणा हो सकती है। वायनाड लोकसभा सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से खाली है, और चुनाव आयोग इसके उपचुनाव की घोषणा भी कर सकता है।