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Jharkhand-हेमंत सोरेन जमीन घोटाला मामले में डीड राइटर इरशाद की एंट्री : झारखंड से कोलकाता तक कनेक्शन

Jharkhand में जमीन घोटाला से जुड़े मामले में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहाँ अब इसमें डीड राइटर इरशाद की एंट्री हुई है। बता दें कि Jharkhand के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिस बड़गाईं की विवादित जमीन से जुड़े मामले में गिरफ्तार हुए हैं उसी जमीन के एक हिस्से की डीड इरशाद ने लिखी थी।

Jharkhand में डीड राइटर इरशाद और कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय कनेक्शन

जानकारी के अनुसार Jharkhand में इरशाद वह डीड राइटर का काम करता है। कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय में डीड चेकर की नौकरी करनेवाला तापस घोष, जमीन माफिया के इशारे पर मूल डीड और पेज उपलब्ध कराता था। जबकि सफाई कर्मचारी सह नाइट गार्ड के रूप में काम करनेवाला संजीत इसे पहुंचाता था। डीड राइटर इरशाद सीधे इन दोनों के संपर्क में था। डीड में जालसाजी करने के बदले जमीन माफिया इन्हें रुपये देते थे।

इरशाद ने लिखी थी सद्दाम के घर से जब्त की गई फर्जी डीड-3985/1940

ED ने बड़गाईं अंचल में जालसाजी कर जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में गिरफ्तार इन तीनों की कोर्ट में पेशी के दौरान न्यायालय को यह जानकारी दी। ED ने पीएमएलए कोर्ट को बताया है कि छापेमारी के दौरान सद्दाम के घर से फर्जी डीड नंबर-3985/1940 जब्त की गयी थी। यह डीड इरशाद ने लिखी थी।

Jharkhand में ED ने की कार्रवाई
Jharkhand में ED ने की कार्रवाई

फर्जी डीड में हेमंत के कब्जेवाली 8.86 एकड़ जमीन का है एक हिस्सा

यह फर्जी डीड खाता नंबर-234 की 6.34 एकड़ जमीन के लिए लिखी गयी थी। इस फर्जी डीड में खाता नंबर-234 के प्लॉट नंबर 989 (84 डिसमिल) और 996(32 डिसमिल) की कुल 1.16 एकड़ जमीन को शामिल किया गया था। खाता नंबर-989 और 996 में शामिल जमीन, हेमंत के कब्जेवाली 8.86 एकड़ जमीन का एक हिस्सा है।

अंचल के रजिस्टर-2 में छेड़छाड़ कर दूसरे के नाम किया गया जमीन और बनाई गई फर्जी डीड

वहीं ED ने सद्दाम के घर से एक दूसरी फर्जी डीड 3954/1974 जब्त की थी। इस फर्जी डीड में बड़गाईं अंचल के मौजा की 4.83 एकड़ जमीन को शामिल किया गया। यह जमीन रजिस्टर-2 में जीतुआ भोक्ता के नाम पर दर्ज थी। अंचल कार्यालय के रजिस्टर-2 में छेड़छाड़ कर इस जमीन को समरेंद्र घोषाल के नाम किया गया। इरशाद ने इसी 4.83 एकड़ जमीन के लिए एक दूसरी फर्जी डीड 2376/1940 बनायी। इस फर्जी डीड को तैयार करने के लिए इरशाद ने अलाउद्दीन और मकबूल की मदद ली। हालांकि अब इन दोनों की ही मौत हो चुकी है।

जमीन माफिया ने 21.43 लाख रुपये दिये थे तापस घोष को :

ED ने जांच में पाया कि तापस घोष द्वारा कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय से मूल दस्तावेज और सादा पेज उपलब्ध कराने के बदले जमीन माफिया ने उसे 21.43 लाख रुपये का भुगतान किया है। यह राशि उसे बैंकिंग चैनल के माध्यम से दी गयी है। संजीत को उसके द्वारा की गयी मदद के बदले 80 हजार रुपये का भुगतान जमीन माफिया द्वारा उसके बैंक खाते में किया गया है। जमीन माफिया द्वारा इरशाद को 8.74 लाख रुपये का भुगतान किया गया है।

दस्तावेज में छेड़छाड़ कर आदिवासी खाते की बेची गयी जमीन की कीमत 22.62 करोड़ : अबतक इन लोगों को किया जा चूका है गिरफ्तार

दस्तावेज में छेड़छाड़ कर आदिवासी खाते की बेची गयी 4.83 एकड़ की कीमत ED ने 22.62 करोड़ रुपये आंकी है। जमीन के सिलसिले में कोर्ट को ED ने यह सूचित किया है कि इससे पहले हेमंत सोरेन, भानु प्रताप प्रसाद, अफसर अली, सद्दाम हुसैन, प्रियरंजन सहाय, बिपिन सिंह, इरशाद अख्तर, अंतु तिर्की सहित अन्य को गिरफ्तार किया जा चुका है।

KK Sagar
KK Sagar
उत्कृष्ट लेखनी के लिए निष्पक्षता, पारदर्शिता और ईमानदारी का होना बेहद जरुरी है। और यहीं कई वर्षो का अनुभव मुझे मेरे पत्रकारिता में लेखनी को आकर्षक बनाता है। आप पाठकों का प्यार मुझे ऐसे ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहें और आगे भी मैं ऐसे ही लिखता रहूं। k k sagar....✍️....

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