सरकारी आदेशों की अवहेलना करने पर उतर आई प्राइवेट स्कूल : मनमानी रवैये सहित विभिन्न मांगो को लेकर झारखंड अभिभावक महासंघ ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
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स्कूल प्रबंधक एवं किताब दुकान का अपवित्र गठबंधन और एकाधिकार
मिरर मीडिया : जिले में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी चरम पर है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि शिक्षा और शिक्षा के मंदिर को पूरी तरह से व्यापार बना दिया गया है। लिहाजा कहीं ना कहीं नियमों और आदेशों को दरकिनार करते हुए प्राइवेट स्कूलों का अभिभावकों के प्रति ये रवैया समझ से परे है। स्कूलों द्वारा मनमानी रवैये पर अंकुश लगाने में अधिकारी नाकाम साबित हो रहें हैं।
आलम ये है कि अभिभावक परेशान है और अधिकारी मौन साधे हुए है। वहीं इसी सन्दर्भ में सरकारी आदेशों का अनुपालन प्रशासन प्राइवेट स्कूलों से सख्ती से करवाने सहित विभिन्न मांगो को लेकर आज झारखंड अभिभावक महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष पप्पू सिंह के नेतृत्व में धनबाद उपायुक्त से मिलकर ज्ञापन सौंपा।
इस बाबत प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त महोदय से मांग की है सरकारी आदेशों का अनुपालन प्रशासन प्राइवेट स्कूलों से सख्ती से करवाए। अभी भी प्राइवेट स्कूल एवम बुक स्टोरों के साठगांठ से स्कूल प्रशासन किताब, कॉपी एवम स्टेशनरी सामान चिन्हित दुकानों से ही खरीदने के लिए बाध्य कर रही है। ये स्कूल प्रबंधक एवं किताब दुकान का अपवित्र गठबंधन और एकाधिकार है जिस पर अविलम्ब करवाई करना चाहिए एवं यह गठजोड़ टूटना चाहिए ताकि अभिभावकों को धरातल पर राहत मिल सके।
सरकारी आदेश से सिर्फ कागजों की शोभा बनकर न रह जाए ये भी देखना उच्च पद पर आसीन पदाधिकारियों एवम प्रशासन की जिम्मेवारी है। बता दें कि उपायुक्त महोदय के नेतृत्व में बनी जिला फीस कमिटी ने भी अभी तक अपना अस्तित्व और कार्य का निष्पादन सही से परिपूर्ण नही किया है। फीस कमिटी की हरेक साल नियम अनुसार समीक्षात्मक बैठक भी नही हो रही है।
वहीं स्कूल यूनिफोर्मो के नियमों की अनदेखी निजी विद्यालय प्रबंधक कर रहे है और अपनी मनमर्जी चला रहे है। इन सभी उपर्युक्त विषयो पर धनबाद उपायुक्त अविलंब कार्रवाई करे वरना संगठन आंदोलन करने को बाध्य हो जायेगी।
प्रतिनिधिमंडल में महासचिव मनोज मिश्रा,सचिव संतोष कुशवाहा, मीडिया प्रभारी रतिलाल महतो एवम कोषाध्यक्ष प्रेम कुमार उपस्थित थे।