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Jharkhand में लोकसभा चुनाव के बीच सियासी हलचल काफ़ी देखने को मिल रही है। बात Jharkhand के गिरिडीह लोकसभा सीट की करें तो यहाँ
JBKSS (झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति) प्रमुख जयराम महतो निर्दलीय से खड़े हैं। वहीं बुधवार को रांची की पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने आई जिसके बाद घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा चला लेकिन जयराम पकड़ में नहीं आए।
जयराम महतो पर FIR दर्ज पुलिस पकड़ने के लिए कर रही है छापेमारी
बता दें कि JBKSS हेड जयराम महतो ने 1 मई को गिरिडीह लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया और उसके बाद एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान जयराम महतो फरार हो गए है। हालांकि पुलिस ने उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली है वहीं पुलिस जयराम महतो को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
हाजत से भगाने के आरोप में जयराम महतो के 6 समर्थक गिरफ्तार
इधर जयराम महतो की तलाश में जांच करने पहुंची पुलिस की टीम ने उनके 6 समर्थकों को जयराम महतो को हाजत से भगाने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार किया है।
Jharkhand के रांची के नगड़ी थाना के डीएसपी और इंस्पेक्टर उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची थी बोकारो
दरअसल 1 मई को JBKSS के उम्मीदवार जयराम महतो Jharkhand गिरिडीह लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे। नामांकन पर्चा भरने के बाद डीसी ऑफिस से उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया गया। बता दें कि रांची के नगड़ी थाना के डीएसपी और इंस्टपेक्टर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए बोकारो पहुंची थी।
जनसभा को संबोधित करने के लिए अनुमित मांगी फिर हो गए गायब
हालांकि नामांकन दाखिल करने के बाद पुलिस ने जयराम को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद जयराम महतो ने पुलिस को अपनी एक जनसभा को संबोधित करने के लिए अनुमित मांगी और कहा जनसभा को संबोधित करने के बाद वे पुलिस के समक्ष सरेंडर कर देंगे लेकिन जनसभा के बाद जयराम महतो फिर अभी तक दिखाई नहीं दिये। पुलिस अबतक जयराम महतो को नहीं पकड़ पाई।
जयराम महतो को पकड़ने के लिए रातभर बोकारो पुलिस ने छापेमारी की
इधर जयराम महतो को पकड़ने के लिए रातभर बोकारो पुलिस ने छापेमारी की लेकिन जयराम महतो उन्हें नहीं मिले। पुलिस को खाली हाथ संतोष करना पड़ा।
दो साल पहले विधानसभा घेराव से जुड़े मामले में जयराम महतो के खिलाफ वारंट है जारी
गौरतलब है कि जयराम महतो से जुड़ा यह दो साल पहले का मामला है। विधानसभा घेराव से जुड़े पुराने मामले में रांची पुलिस ने जयराम महतो के खिलाफ वारंट जारी किया था। जिसके तहत उन्हें गिरफ्तार करने के लिए नगड़ी डीएसपी और इंस्पेक्टर बोकारो पहुंची थी।