JMM ने की ग्रामीण मतदाताओं के लिए अधिक मतदान समय की मांग, शहरी मतदाताओं से एक घंटे कम समय को बताया अनुचित

KK Sagar
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झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर, शहरी और ग्रामीण मतदान केंद्रों के लिए अलग-अलग मतदान समय तय करने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने कड़ी आपत्ति जताई है। JMM के महासचिव विनोद पांडे ने इस संबंध में भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखा है, जिसमें ग्रामीण मतदाताओं के लिए कम मतदान समय निर्धारित करने पर चिंता जताई गई है।

विनोद पांडे ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि झारखंड के 81 विधानसभा क्षेत्रों में से 75 क्षेत्रों में शहरी मतदान केंद्रों पर सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक मतदान का समय दिया गया है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान का समय केवल 4:00 बजे तक रखा गया है। उन्होंने इसे चुनाव आयोग के “समान अवसर” सिद्धांत के विपरीत बताया।

उन्होंने यह भी कहा कि पहले झारखंड में नक्सल प्रभावित होने के कारण चुनाव कई चरणों में होते थे, लेकिन अब इसे नक्सल मुक्त मानते हुए दो चरणों में चुनाव करवाए जा रहे हैं। ऐसे में, ग्रामीण मतदाताओं को शहरी मतदाताओं की तुलना में एक घंटे कम समय देना अनुचित है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं का आवास बिखरा हुआ होता है, और वहां आवागमन के साधनों की कमी होती है, जिससे मतदान में और अधिक समय की आवश्यकता होती है।

पांडे ने यह भी कहा कि इस असमानता के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत घटने की संभावना है, जो विशेष रूप से उन पार्टियों को नुकसान पहुंचाएगा, जिनका आधार ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत है। उन्होंने चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि मतदान समय के इस अंतर को समाप्त किया जाए ताकि शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के मतदाताओं को समान अवसर मिल सके और उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा हो सके।

JMM ने यह भी चेताया है कि इस निर्णय से चुनाव आयोग की मतदान प्रतिशत बढ़ाने की प्रतिबद्धता पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।

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