जोधपुर: भारत के ऐतिहासिक रेलवे स्टेशनों में शामिल जोधपुर रेलवे स्टेशन अब शीघ्र ही विश्वस्तरीय स्वरूप में दिखाई देगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को अपने संक्षिप्त जोधपुर दौरे के दौरान रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का गहन निरीक्षण किया और कहा कि यह परियोजना सूर्यनगरी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखते हुए विकसित की जा रही है।
रेल मंत्री ने बताया कि 474 करोड़ रुपए की लागत से हो रहे इस पुनर्विकास के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि स्टेशन का दूसरा प्रवेश द्वार भी आधुनिक और आकर्षक बनाया जाएगा, ताकि बढ़ते यात्रीभार और शहर के दोनों ओर के विस्तार को देखते हुए सुविधा में कोई कमी न रह जाए।
एलिवेटेड रोड और रूफ प्लाजा का होगा निर्माण
वैष्णव ने बताया कि पुनर्विकास कार्यों के तहत स्टेशन पर एक एलिवेटेड रोड का भी निर्माण किया जाएगा, जिससे आने-जाने वाले यात्रियों को पार्किंग की बेहतर सुविधा मिल सकेगी। इसके साथ ही एक भव्य और सुविधाजनक एयर कोनकोर्स व रूफ प्लाजा बनाया जाएगा, जहां यात्री आराम से बैठकर अपनी ट्रेनों की प्रतीक्षा कर सकेंगे।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 85 स्टेशन होंगे पुनर्विकसित
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में 85 रेलवे स्टेशनों को ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के अंतर्गत आधुनिक बनाया जा रहा है। जोधपुर रेलवे स्टेशन इसी योजना का हिस्सा है और इसका पुनर्विकास स्थानीय कला, संस्कृति और ऐतिहासिक पहचान को संरक्षित रखते हुए किया जा रहा है।
भगत की कोठी में बनेगा नया कार्गो टर्मिनल, उद्योगों को मिलेगा लाभ
उन्होंने कहा कि जोधपुर औद्योगिक नगरी है और यहां से कई उत्पादों का निर्यात होता है। भगत की कोठी स्टेशन पर विकसित हो रहे नए कार्गो टर्मिनल से औद्योगिक क्षेत्रों को विशेष लाभ मिलेगा, जिससे स्थानीय उद्योगों को नई गति मिलेगी।
रेल मंत्री ने कहा कि जोधपुर से देश के अन्य प्रमुख शहरों को जोड़ने के लिए सीधी ट्रेनों की योजना पर विचार किया जा रहा है। सिकंदराबाद सहित कई शहरों के लिए प्रस्ताव मिले हैं। वंदे भारत ट्रेनों के संचालन को लेकर भी उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से इन ट्रेनों को जोधपुर से जोड़ा जाएगा। साथ ही लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग के दोहरीकरण से ट्रेनों की गति और संख्या में बढ़ोतरी संभव होगी।
इस अवसर पर जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने पुनर्विकास परियोजना की विस्तृत जानकारी मैप के माध्यम से दी। कार्यक्रम में उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय सहित जोधपुर मंडल के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।