मिरर मीडिया संवाददाता, बोकारो: बोकारो स्टील सिटी थाना क्षेत्र के को-ऑपरेटिव सोसाइटी स्थित मकान संख्या 192-A में हुए कलिका राय हत्याकांड को लेकर अब जांच प्रक्रिया पर भी सवाल उठने लगे हैं। मृतक के पुत्र विनय कुमार सिंह ने पुलिस जांच को अधूरी बताते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि इस हत्याकांड में गिरफ्तार महिला रूणा देवी अकेली शामिल नहीं थी, बल्कि उसके पूरे परिवार की भूमिका संदिग्ध है।
विनय सिंह ने बताया कि उनके 85 वर्षीय पिता लाठी के सहारे चलने वाले वृद्ध व्यक्ति थे, जिनके चरित्र पर सवाल खड़े करना न केवल शर्मनाक है, बल्कि न्याय प्रक्रिया को भटकाने वाला भी है। उन्होंने कहा कि आरोपी महिला रूणा देवी, जो किरायेदार थी, ने कई बार किराया मांगने पर धमकी दी थी और अंततः हत्या कर दी। उन्होंने यह भी कहा कि घटना में महिला के अकेले शामिल होने की संभावना बेहद कम है, क्योंकि मौके से मिले साक्ष्य बताते हैं कि यह सुनियोजित अपराध था।
11 मई 2025 की शाम करीब 5:30 बजे यह दिल दहला देने वाली वारदात घटित हुई थी। मृतक के बेटे के अनुसार, घटना के तुरंत बाद आरोपी महिला ने मकान की चाबी तक नहीं सौंपी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू की थी, जिसके बाद रूणा देवी को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस पूछताछ में रूणा देवी ने अपराध में संलिप्तता स्वीकार की है। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लोढ़ा, खून से सनी नाइटी और मकान की चाबी बरामद की गई है। इसके बावजूद परिजनों का कहना है कि पुलिस जांच में गंभीर खामियां हैं और अन्य संलिप्त लोगों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
विनय कुमार सिंह ने पुलिस प्रशासन से आग्रह किया है कि पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष और गहराई से पुनः जांच करवाई जाए, ताकि उनके वृद्ध पिता को सच्चा न्याय मिल सके।

