झारखण्ड : जमीन घोटाला मामले में बुधवार को एक बार फिर ईडी की टीम रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने वाली है। वहीं, पूछताछ को लेकर झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है।
स्थिति को देखते हुए रांची में सीएम आवास, राजभवन और ईडी कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई है। झारखंड का प्रशासनिक महकमा अलर्ट मोड में है।वहीं पूरे शहर में 2000 जवानों की तैनाती की गई है।
वहीं इससे पहले मंगलवार को झारखंड की सियासत पर देशभर की नजर टिकी रही। जब सीएम हेमंत सोरेन अचानक से अंडरग्राउंड हो गए। इसके बाद फिर उनकी तलाशी शुरू हो गई। लेकिन शाम होते होते उन्हें रांची में अपने विधायकों के साथ बैठक करते देखा गया। भाजपा के एक नेता ने तो गुमशुदा का पोस्टर तक लगा दिया।
इधर,भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को दिल्ली से रांची भगाने में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सहयोग किया ,यह सहयोग वाराणसी तक था,वाराणसी से रॉंची मंत्री मिथलेश ठाकुर जी ले गए । चोर चोर मौसेरे भाई…
बता दें कि पूछताछ को लेकर जेएमएम ने भी तैयारी कर रखी है। जेएमएम के ज्यादातर विधायक रांची में जमे हैं। उन्होंने एकजुटता भी प्रदर्शित की है और निर्णय लेने के लिए हेमंत सोरेन को अधिकृत किया है। विधायकों से हस्ताक्षर लिए गए हैं ताकि विपरीत परिस्थितियों में अन्य विकल्पों पर निर्णय लिया जा सके। वहीं विधायकों को एक बार फिर 11 बजे सीएम आवास बुलाया गया है।