मिरर मीडिया : वर्ष 2023 का आखिरी राष्ट्रीय लोक अदालत शनिवार को धनबाद के व्यवहार न्यायालय परिसर में लगाई गई जहां करीब 4000 से ऊपर लंबित मामले का निष्पादन हुआ।
बता दें कि इस दौरान एसबीआई, यूको, व अन्य बैंकों सहित बीएसएनल, इंश्योरेंस सेक्टर द्वारा शिविर लगाकर उपभोक्ताओं के पुराने और लंबित मामलों का निपटारा किया गया।

जानकारी दे दे की लंबित मामलों के निष्पादन को लेकर प्रत्येक वर्ष करीब चार बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाता है जहां सभी प्रकार के कर्ज समझौता, पुराने और बकाया कर्ज चुकाने हेतु विशेष योजना सहित अदालत द्वारा हाथों-हाथ फैसला लेकर लंबित मामलों का निष्पादन किया जाता है।

वहीं इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए अवर न्यायाधीश सह सचिव डालसा नीताशा बारला ने बताया कि साल का यह आखिरी लोक अदालत है जिसमें करीब 4000 से अधिक मामलों का निर्धारण हुआ वही 120 करोड रुपए के राजस्व की प्राप्ति भी हुई है। साथ ही उन्होंने बताया कि लोक अदालत एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां पुराने मामलों का निपटारा किया जाता है लोगों को समस्या ना हो इसीलिए लोक अदालत के माध्यम से दोनों पक्ष को आपस में बैठ कर समझौता करा कोर्ट केस के पुराने मामलों का निष्पादन किया जाता है। इससे लोगों के समय और धन दोनों की बचत होती है।