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दो दिवसीय नेताजी नॉकआउट फुटबॉल कप का आयोजन, माहली ब्रदर्स ने जीत से किया आगाज

जमशेदपुर : खरसावां के गोंदपुर हैलीपैड मैदान में मां आकर्षणी खेल विकास समिति शिमला द्वारा अमृत महोत्सव और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर दो दिवसीय नेताजी नॉकआउट फुटबॉल कप 2024 का आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता के उद्घाटन मैच में टोटल टाइगर टीम को ट्राई ब्रेकर में 3-2 से पराजित कर माहली ब्रदर्स ने जीत का आगाज किया। इस प्रतियोगिता का विधिवत उद्घाटन भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्री सह कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया। इस दौरान सबसे पहले उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और नेताजी फुटबॉल कप 2024 का गुब्बारा छोड़कर और फुटबॉल को किक मारकर उद्घाटन किया। बता दे की प्रतियोगिता के विजेता टीम को 2 लाख, उपविजेता टीम को 1-50 लाख और तीसरी और चौथे स्थान पर रहने वाले टीमों को 60-60 हज़ार रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।

मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि लक्ष्यविहीन तरीके से नहीं लक्ष्य के साथ भारत के हर युवाओं को आगे बढ़ाना है। भविष्य का सपना क्या है, भविष्य का रास्ता क्या है, कहां पर मुझे अड़चन दिखाई दे रहा है। कहां मुझे संभावना दिखाई दे रहा है। कहां पर दिख रहा है कि आगे बढ़ने के लायक अपने आप को तैयार कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि जिस देश के युवा संकल्पित होते हैं, वह देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ता है। जिस ओर जवानी चलती है, उस ओर इतिहास बनता है। युवाओं और दर्शकों से अपील करते हुए श्रीमुंडा ने कहा कि ऐसे खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करिए। आनंद लीजिए, लेकिन आनंद के साथ लक्ष्य निर्धारण करिए। अपने सपने को साकार करने का संकल्प लीजिए। उन्होंने कहा कि जिंदगी में एक बार जवानी मिलती है। इस जवानी को इतना तराशना चाहिए कि उस पर देश और मां-बाप के साथ अपने क्षेत्र में रहने वाले हर नागरिक को गर्व होना चाहिए। यहां के युवाओं ने अपने आप को कोयला में जलाकर हीरे की चमक को पैदा किया है, जिससे देश, समाज, परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस तरह के आयोजन से अच्छे खिलाड़ी की परख कर सकते हैं। लेकिन खिलाड़ियों में जागरूकता भी होनी चाहिए। हमारी जागरूकता ही हमारी जिंदगी है। खिलाड़ियों को याद रखना है कि हर साल खून की जांच कर लेनी चाहिए। माता-पिता खेत खलियान और समाज को ध्यान रखना चाहिए। श्री मुंडा ने कहा कि जो अपने मनोबल को ऊंचा करके किसी क्षेत्र में आगे बढ़ता है, वह विजय प्राप्त करता है, जो योद्धा संघर्ष करते हैं, उनको समाज और देश भी याद रखना है। ऐसे आयोजन बहुत होते हैं, लेकिन नेताजी के नाम पर जो आयोजन है उसका महत्व ही अलग है। इतिहास को भूलना नहीं चाहिए। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहां की अंग्रेजों का राज चला गया। जब देश में ऐसे नेताओं की भरमार थी। उस समय अंग्रेजों के शासन के समय नेता अंग्रेजों की चापलूसी करते थे। तब देश में ऐसा योद्धा भी था जिन्होंने कहा हमारा देश आजाद होना चाहिए और तिरंगा को अंडमान निकोबार द्वीप समूह में फहराया। यह होता है पराक्रम, यह होता है वीरता, यह होता है बलिदान के लिए तैयार रहने वाला देश का योद्धा। हमें याद दिलाना होता है कि पराक्रम दिवस है।

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