चुनाव आयोग की ओर से बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। इसी बीच, बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर की मुलाकात बीजेपी के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से हुई है। इस मुलाकात के बाद से बिहार के राजनीतिक गलियारों में अटकलों का दौर शुरू हो गया है।

नित्यानंद और विनोद तावड़े से क्या हुई?
मैथिली ठाकुर को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है कि वे 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। चर्चाओं की बीच खुद इस पर मैथिली ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। यह भी बताया है कि जब वे नित्यानंद राय और विनोद तावड़े से मिलीं तो क्या कुछ बातें हुईं। लोक गायिका मैथिली ठाकुर जबलपुर (मध्य प्रदेश) में एक कार्यक्रम में पहुंचीं थीं। यहीं पत्रकारों ने उनसे चुनाव लड़ने को लेकर सवाल कर दिया। मैथिली ठाकुर ने कहा, मैं भी टीवी पर देख रही हूं। मैं हाल ही में बिहार गई थी। मैं नित्यानंद राय जी से मिली। विनोद तावड़े जी से भी मिलने का अवसर मिला। मुलाकात हुई और बिहार के भविष्य के बारे में, बिहार में क्या चल रहा है उसके बारे में काफी बातें हुईं।
बताया कहां से लड़ना चाहेंगी चुनाव?
मैथिली ठाकुर ने आगे ये भी कहा कि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। देखते हैं क्या होता है। इस सवाल पर कि वे किस सीट से चुनाव लड़ना चाहेंगी? उन्होंने कहा कि अपने गांव के निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहूंगी, क्योंकि मुझे उससे लगाव है। बिहार चुनाव में वह किसे समर्थन दे रही हैं, इस पर उन्होंने कहा, मैं अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती। मैं देश के विकास में हर संभव योगदान देने के लिए पूरी ताकत से खड़ी हूं।
मैथिली ठाकुर का परिचय
मैथिली ठाकुर आज की तारीख में किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। मैथिली ठाकुर आज की तारीख में कम उम्र के बावजूद बड़ी हस्ती बन चुकी हैं। मैथिली ठाकुर का जन्म 25 जुलाई 2000 को बिहार में मधुबनी जिले के बेनीपट्टी इलाके में हुआ। मैथिली ठाकुर को बचपन से ही गीत-संगीत का माहौल मिला और वो इसी में पली बढ़ीं। यही वजह है कि उनमें लोक गीत को लेकर रुचि जाग गई। मैथिली ठाकुर के पिता जी का नाम रमेश ठाकुर है, जो खुद भी संगीतज्ञ हैं। मैथिली की माता जी पूजा ठाकुर गृहणि हैं। परिवार में मैथिली से बड़े एक भाई हैं जिनका नाम ऋषभ ठाकुर है। वहीं मैथिली ठाकुर के छोटे भाई का नाम अयाची हैं। मैथिली ठाकुर को भारतीय शास्त्रीय संगीत के अलावा लोक गीतों को सुरों में बांध कर गाने की ट्रेनिंग उनके पिता और दादा जी से ही मिली।
2024 में बनीं थीं खादी की ब्रांड एंबेसडर
मैथिली ने मात्र 13 साल की उम्र में राइजिंग स्टार जैसे रियलिटी शो में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। ‘चलो बिहार के गीत गावें’, ‘मैया मोर ला गावना आवेला’ जैसे लोकगीतों ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। 2024 में उन्हें ‘कल्चरल एंबेसडर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड मिला, जबकि 2023 में चुनाव आयोग ने उन्हें बिहार का ‘स्टेट आइकॉन’ बनाया। 2024 में बिहार की बेहद लोकप्रिय युवा लोक गायिका मैथिली ठाकुर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ने उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाया था।