डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: इस साल की सेना दिवस परेड में कई नई विशेषताएँ देखने को मिलेंगी। पहली बार, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की लड़कियों की एक टुकड़ी इस परेड का हिस्सा बनेगी। इसके साथ ही चार नई झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी, जिनमें से एक विशेष रूप से बल के मिशन ओलंपिक विंग पर आधारित होगी।
महिला सैनिकों की भागीदारी
बेंगलुरू स्थित सैन्य पुलिस कोर (CMP), सेंटर एंड स्कूल की सभी महिलाओं की अग्निवीर टुकड़ी इस बार परेड में शामिल होंगी। इसके अलावा, मार्चिंग करते हुए जंगी रोबोट्स (रोबोटिक खच्चर) का एक समूह भी पहली बार परेड का हिस्सा बनेगा। इस बार की परेड के आयोजकों के अनुसार, यह आयोजन आकर्षण का केंद्र बन सकता है।
गौरव गाथा: सेना के इतिहास का प्रदर्शन
सेना दिवस के दिन एक विशेष कार्यक्रम ‘गौरव गाथा’ का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें प्राचीन काल से लेकर समकालीन युग तक की सेना की यात्रा और उनके द्वारा किए गए कल्याणकारी कार्यों का प्रदर्शन किया जाएगा।
सेना दिवस की परेड का आयोजन
इस प्रतिष्ठित परेड का आयोजन 15 जनवरी को सेना की दक्षिणी कमान के तहत पुणे के बॉम्बे इंजीनियरिंग ग्रुप और केंद्र में होगा। सूत्रों के अनुसार, इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित हो सकते हैं।
77वें सेना दिवस का थीम
इस साल 77वां सेना दिवस ‘समर्थ भारत, सक्षम सेना’ के थीम पर आयोजित हो रहा है। इस साल की परेड का फोकस सेना की आधुनिक क्षमताओं को प्रदर्शित करना है, जो एक मजबूत राष्ट्र की नींव रखता है।
नई तकनीक और हथियारों की प्रदर्शनी
इस बार की सेना दिवस परेड में कई आधुनिक सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिनमें K9 वज्र स्व-चालित हॉवित्जर, BMP-2 सरथ पैदल सेना लड़ाकू वाहन, T-90 टैंक, स्वाति हथियार लोकेटिंग रडार, मल्टी-बैरल रॉकेट सिस्टम और ड्रोन जैमर सिस्टम शामिल हैं।
रोबोटिक खच्चरों का हिस्सा बनना
पहली बार इस परेड में 12 रोबोटिक खच्चर दो पंक्तियों में खड़े होंगे, जो सेना की तकनीकी क्षमता और भविष्य के दृष्टिकोण का प्रतीक हैं। ये रोबोटिक खच्चर भारी भार ढोने, दुर्गम इलाकों में यात्रा करने और आतंकवादियों से निपटने की क्षमता रखते हैं। इस बार की सेना दिवस परेड एक ऐतिहासिक बदलाव लेकर आ रही है, जो न केवल महिला सैनिकों की अहम भूमिका को प्रदर्शित करेगा, बल्कि सेना की आधुनिकतम क्षमताओं और तकनीकी विकास को भी सामने लाएगा।