नवजातों के लिए अमृत है मां का दूध, मध्यप्रदेश में मंत्री ने वीडियो जारी कर किया आह्वान

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क, भोपाल : महिला व बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे नवजातों को जन्म के पहले घंटे में मां का दूध और छह माह तक केवल मां का दूध पिलाने के महत्व को घर-घर पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि यह नवजात शिशु के जीवन की सुरक्षा, पोषण और स्वास्थ्य की पहली व सबसे महत्वपूर्ण नींव है। विश्व स्तनपान सप्ताह हर साल अगस्त के पहले सप्ताह में मनाया जाता है।

मंत्री निर्मला भूरिया ने जोर देकर कहा कि मां का दूध नवजात के लिए अमृत समान है। उन्होंने बताया कि पहला गाढ़ा दूध (कोलोस्ट्रम) शिशु को संक्रमण से बचाने के साथ-साथ उसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास भी करता है। यह मां और शिशु के बीच के रिश्ते को भी मजबूत बनाता है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि आज भी कई क्षेत्रों में प्रचलित भ्रांतियों के कारण नवजात शिशुओं को शहद, घुट्टी या पानी जैसी चीजें दी जाती हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं पोषण परिवर्तन की अग्रदूत

महिला व बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें समाज में पोषण और स्वास्थ्य परिवर्तन की अग्रदूत बताया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं माताओं की भरोसेमंद मार्गदर्शक हैं और उनके प्रयासों से ही हर मां को स्तनपान के महत्व की जानकारी और परिवार का सहयोग मिल पाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य केवल महिला की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह पूरे समाज का सामूहिक दायित्व है। भूरिया ने इस विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर सभी से मिलकर यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि कोई भी नवजात मां के दूध से वंचित न रहे।

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