मिरर मीडिया : लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष वीरेंद्र ढिल्लों समेत कई कांग्रेसी विधायकों ने सोमवार सुबह पंजाब राजभवन के बाहर धरना शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख चंडीगढ़ पुलिस ने सिद्धू और उनके साथ धरना दे रहे अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया।
चंडीगढ़ में राज्यपाल आवास के बाहर धरने के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कृषि कानूनों के विरोध में नारे लगाए और कहा कि वे पंजाब में कृषि कानूनों को लागू नहीं होने देंगे। सिद्धू ने लखीमपुर खीरी के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि पहले केंद्र सरकार शांतीपुर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठियां चला रही थी और अब किसानों का कत्ल कर दिया। सिद्धू ने धरने के दौरान किसान मजदूर एकता जिंदाबाद के नारे भी लगाए।

हिरासत में लिए जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, “क्या इस आधार पर हमें गिरफ्तार किया है, कि जिन्होंने बेरहमी से किसान भाइयों का कल्त किया, उनकी गिरफ्तारी की मांग की, इसलिए हमको गिरफ्तार किया। यह मेरा मौलिक अधिकार है कि मैं किसान भाइयों के हक की आवाज बुलंद करूं।
गौरतलब है कि, लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का दौरा था। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे उन्हें रिसीव करने जा रहे थे, लेकिन इस दौरान किसानों ने रास्ता रोक लिया और काले झंडे दिखाए। झड़प के दौरान गाड़ी की टक्कर से किसानों की मौत हो गई, जिसके बाद किसानों ने भारी हंगामा कर दिया है।