मिरर मीडिया : कोविड-19 के नए वेरिएंट एरिस (EG.5) और पिरोला (BA.2.86) ने दुनिया के कई देशों में दस्तक दे दी है इसी के साथ दुनिया में कोरोना वायरस एक बार फिर रिटर्न मोड में आ गया है। सूत्रों कि माने तो कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के नए वेरिएंट्स एरिस के बाद अब पिरोला तेजी से फैल रहा है। इसने दुनियाभर में स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। वहीं WHO ने भी पिरोला को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ की कैटेगरी में रखा है।
एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि पिरोला में 30 से ज्यादा म्यूटेशन को पाया गया है। यह सभी के लिए चिंता का विषय बन गया है। इस वेरिएंट का सबसे ज्यादा प्रसार अभी तक अमेरिका के अलावा यूके, डेनमॉर्क, साउथ अफ्रीका और इजराइल जैसे कई देशों में है।
इस नए वेरिएंट के प्रसार के तेजी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सप्ताह भर के भीतर ही इसने दुनियाभर में अपनी संख्या को डबल कर लिया है। इसने चिंता को और बढ़ा दिया है।
वहीं अमेरिका की बात करें तो यहां पर भी एक सप्ताह में कोविड अस्पतालों भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में 19 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, कोविड से मौतों के मामले में 21 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज हुई है। एनपीआर की रिपोर्ट के अनुसार रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार एक सप्ताह में 10,000 लोगों को कोविड के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार आमतौर पर पिरोला वेरिएंट (BA.2.86) संक्रमित में बुखार और सामान्य सर्दी-फ्लू जैसी बीमारियों के लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं. कुछ लोगों में खांसी, थकान, सिरदर्द और शरीर में दर्द, भूख न लगना, कंजंक्टिवाइटिस, चकत्ते होने, दस्त और सांस लेने में समस्या हो रही है।