डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर इंटरनेट मीडिया इन्फ्लुएंसर और कानून की छात्रा शर्मिष्ठा पनौली की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। शर्मिष्ठा को पैगंबर मुहम्मद के बारे में कथित आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और वह वर्तमान में कोलकाता की अलीपुर महिला जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें दुष्कर्म और हत्या की धमकियां मिलने की बात सामने आई है।
शर्मिष्ठा के पिता पृथ्वीराज पनौली ने बंगाल पुलिस के उस दावे को खारिज किया है, जिसमें कहा गया था कि उनकी बेटी गिरफ्तारी से पहले गुड़गांव से फरार हो गई थी। उन्होंने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया कि उन्हें शर्मिष्ठा के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी (एफआईआर) की प्रति नहीं दी गई। इस बीच शर्मिष्ठा के खिलाफ शिकायत दर्ज करने वाले वजाहत खान कादरी रशीदी की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
असम पुलिस ने वजाहत के खिलाफ मां कामाख्या के बारे में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए मामला दर्ज किया है। वजाहत को गिरफ्तार करने के लिए असम पुलिस की एक टीम कोलकाता पहुंच रही है। यह मामला सोशल मीडिया पर विवादास्पद टिप्पणियों और उनकी कानूनी कार्रवाइयों को लेकर चर्चा में है। एनएचआरसी ने शर्मिष्ठा की सुरक्षा को लेकर गंभीर रुख अपनाया है, जिससे इस मामले में और सख्ती बरते जाने की उम्मीद है।