Jharkhand में ED की दबिश लगातार जारी है मंत्री आलमगीर आलम के बाद अब झारखंड के मंत्री बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन रडार पर आ चुके हैं।
बता दें कि ED बहुत जल्द मंत्री बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन को समन भेज पूछताछ के लिए बुला सकती है। हालांकि समन की तारीख की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है।
वहीं इन पर आरोप है कि इन्होंने अपने लोगों को टेंडर दिलवाया और उसके बदले में कमीशन वसूलाी की है। ED को इन दोनों मंत्रियों की भूमिका की जानकारी अब तक गिरफ्तार पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम, मंत्री आलमगीर आलम, उनके निजी सचिव संजीव लाल आदि से पूछताछ में सामने आई है। जबकि इससे संबंधित कुछ दस्तावेज भी ED के हाथ लगे हैं, जिसके सत्यापन में इन दोनों की भूमिका संदेह के घेरे में है।
झारखण्ड में लैंड स्कैम मामला सहित भ्रष्टाचार के मामले में जिस तरह से ED ने धड़पकड़ कर कड़ी कार्रवाई की है जिसमें लगातार एक दूसरे से तार जुड़ते जा रहें हैं। पहले झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उसके बाद ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ED ने गिरफ्तार किया है जिसके बाद अब जांच की आंच मंत्री बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन तक जा पहुंची है। लिहाजा ED के अधिकारी दोनों मंत्रियों से जल्द पूछताछ करेगी।