मिरर मीडिया : लोकसभा में सांसदों के निलंबित होने के मामले पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अनुशासन समिति के अध्यक्ष सह अखिल भारतीय कांग्रेस के सदस्य ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि देश के इतिहास में पहली बार एक साथ तीन दिनों के अंदर इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को सदन से निलंबित किया गया है। जबकि उनलोगो का सिर्फ इतना कुसुर था कि वे लोग सरकार से सवाल पूछना चाहते थे लेकिन पिछले पांच सात वर्षों से लोकसभा और राज्यसभा में जिस तरह से तानाशाही चल रही है उससे लोकतंत्र पर ही खतरा मंडराने लगा है।
ऐसी स्थिति में देश में लोकतंत्र और प्रजातंत्र का नाम लेना भी बेईमानी होगा। सिर्फ एक आदमी को बचाने के लिए इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को निलंबित करना इसे कोई भी उचित नहीं ठहरा सकता है।
इसी के विरोध में देश में हर जगह 22 तारीख को विपक्षी पार्टियों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। सदन में रहकर कोई भी सांसद बेरोजगारी महंगाई जैसे प्रश्नों को नहीं उठा सकता और यही सरकार के लिए किरकिरी बनी हुई है। ऐसा करके सरकार अपने मन मुताबिक कोई भी बिल ला रही है और बगैर चर्चा किये पास करना चाहती है। लोकतंत्र में स्वस्थ विपक्ष रहना बहुत ही आवश्यक है मैं भी कांग्रेस पार्टी के एक सिपाही की हैसियत से मांग करता हूँ की कभी भी भविष्य में इस तरह की करवाई संसद में ना हो।