जमशेदपुर : गोलमुरी जुगसलाई-प्रखंड स्तरीय हितधारकों के लिए जोखिम परिस्थिति में रहने वाले बच्चों को चिन्हित करने के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के दिशा निर्देश के आलोक में व जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी के सहयोग से आयोजित किया गया। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रखंड जमशेदपुर सदर के 87 से अधिक आंगनबाड़ी सेविका सहिया, ग्राम पंचायत कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष, प्रखंड के पदाधिकारी के साथ साथ तेजस्विनी क्लब के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाल कल्याण संघ के परियोजना प्रबंधक सुनील कुमार गुप्ता में कहा कि संवर्धन कार्यक्रम के तहत जिले के 23 श्रेणी में रहने वाले बच्चों की मैपिंग राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सहयोग से जिला प्रशासन पूर्वी सिंहभूम के द्वारा किया जा रहा है ताकि इन बच्चों को खतरों से बचाया जाए और उनके परिवारों को सरकार के द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने की पहल की जाए। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में सबसे अधिक नशा करने वाले बच्चे पाए जाते हैं जिन को बचाना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही बाल श्रमिक घुमंतू व गुमशुदा बच्चों की संख्या भी काफी संख्या में शहरों में देखने को मिलता है, इन बच्चों को आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से मैपिंग करने का कार्य किया जाएगा ताकि इन बच्चों को सुरक्षा व संरक्षण प्रदान किया जा सके। समापन समारोह को संबोधित करते हुए बाल कल्याण संघ के परियोजना समन्वयक प्रकाश सिंह ने बताया कि इस मैपिंग प्रक्रिया के माध्यम से हम प्रखंड के उन बच्चों को चिन्हित कर पाएंगे जो बच्चे किसी ना किसी रूप में खतरे में जा सकते हैं। बच्चों को समय-समय पर समिति द्वारा मॉनिटरिंग की जाएगी। इस पूरे मैपिंग प्रक्रिया को एक अभियान के रूप में पूरे प्रखंड में लागू किया जाएगा।