जमशेदपुर : धालभूमगढ़ प्रखंड अंतर्गत रावतारा पंचायत के बोडडंगा व खरियाशोल टोला में निवास कर रहेे सबर व आदिम जनजाति परिवारों के लिए कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें जिला के वरीय पदाधिकारी ज्योत्सना सिंह एनईपी निदेशक पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर उपस्थित हुई। इस कैंप में सभी सबर परिवार के सदस्यो के द्वारा उत्साह पूर्वक जिला प्रशासन के समक्ष अपनी भागीदार निभाई व अपनी-अपनी समस्याओं को बताया। जिसके यथा शीघ्र निदान केे लिए वरीय पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सभी सबर परिवारों की होमोग्लोबिन, डायबिटीज और मलेरिया की जांच की गई। कुल 126 लोगों का मेडिकल जांच किया गया और दवाएं वितरित की गई। सबर परिवारों के द्वारा मुफ्त बिजली की मांग की गई, जिसमे वरीय पदाधिकारी के द्वारा बिजली विभाग को सबर परिवारों को नियमानुसार मुफ्त बिजली देने के लिए निर्देश दिया गया।

सबर परिवारों के बीच जिन घरों में शौचालय नहीं बना है उन्हें यथा शीघ्र शौचालय उपलब्ध कराने के लिए पेयजल स्वच्छता विभाग के प्रखंड समन्वयक को सख्त हिदायत दिया गया। शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया कि सबर परिवारों के जितने बच्चे हैं उनको स्कूल में नामांकन व किशोरी को केजीबीवी में नामांकन करने के लिए निर्देश दिया गया।जेएसएलपीएस के 5 बीआरपी को निर्देश दिया गया कि सबर टोला में जितने भी वैसी सबर महिला है जो स्वयं सहायता समूह में शामिल नहीं हुए है। उन महिलाओं को महिला स्वयं सहायता समूह में जोड़ते हुए योजनाओं से लाभान्वित करना सुनिश्चित करेंगे।
जेएसएलपीएस के द्वारा सबर टोला में आदिम जनजाति महिलाओं द्वारा आजीविका उपार्जन के लिए जंगल में साल पत्ता तोड़कर नजदीकी बाजार में कम मूल्य पर बेचने का काम किया जाता है, इसे देखते हुए जेएसएलपीस के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक को निर्देश दिया गया उन सभी आदिम जनजाति महिलाओं को महिला सदस्यों में जोड़ते प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें, ताकि वे जंगल से लाए हुए पत्ते का थाली प्लेट आदि का निर्माण उचित खरीदार को चिन्हित कर उचित मूल्य पर बाजार में बेचे सके। जेएसएलपी के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक को निर्देश दिया गया कि सबर टोला बस्तियों में निवास करे। संबंधित पंचायत सचिव ग्राम रोजगार सेवकों को निर्देश दिया कि प्रत्येक सप्ताह के सोमवार व मंगलवार को सबर टोला में आदिम जनजाति के परिवारों को सरकारी योजनाओं की जानकारी तथा व्यापक प्रचार प्रसार करना व रोजगार के लिए सरकारी सहायता उपलब्ध कराना। साथ ही मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए लाभ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। संबंधित एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका, को निर्देश दिया गया कि प्रति सप्ताह के 2 दिन सोमवार व मंगलवार डोर टू डोर भ्रमण करते हुए वृद्धा व गर्भवती महिला को दवा उपलब्ध कराया जाय। कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान देते हुए मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराना साथ ही सबर महिलाओं के लिए मुफ्त सेनेटरी पैड उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।