भारत सरकार ने पाकिस्तान के 16 प्रमुख यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिन पर भारत, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ झूठी, भ्रामक और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री फैलाने का आरोप है। यह कदम गृह मंत्रालय की सिफारिश पर उठाया गया है और इसका मुख्य कारण जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के मीडिया द्वारा भारत के खिलाफ प्रचार करना है।
बैन किए गए चैनल्स में शामिल प्रमुख नाम:
भारत सरकार ने पाकिस्तान के विभिन्न मीडिया हाउसेस के यूट्यूब चैनलों को बैन किया है, जिनमें से कुछ प्रमुख नाम निम्नलिखित हैं:
- डॉन न्यूज
पाकिस्तान का एक प्रमुख और पुराना मीडिया हाउस, जो अपनी अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग के लिए प्रसिद्ध है। इस चैनल पर आरोप है कि यह भारत के खिलाफ झूठी खबरें और भड़काऊ सामग्री प्रसारित कर रहा था। - समा टीवी
एक और प्रमुख पाकिस्तानी टीवी चैनल, जिसे भारत विरोधी और भ्रामक जानकारी फैलाने के कारण बैन किया गया है। - ARY न्यूज
ARY नेटवर्क पाकिस्तान के बड़े मीडिया समूहों में से एक है, जो कई तरह के कार्यक्रम और समाचार प्रसारित करता है। इस चैनल पर आरोप था कि यह भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ नफरत फैलाने का काम कर रहा था। - जियो न्यूज
जियो न्यूज पाकिस्तान का एक प्रमुख समाचार चैनल है, जिसने भारत और भारतीय सेना के खिलाफ भ्रामक और भड़काऊ खबरों को प्रसारित किया। इसे भी प्रतिबंधित किया गया है। - बोल न्यूज
बोल न्यूज पाकिस्तान का एक और चर्चित चैनल है, जो भारतीय खिलाफत की खबरों को प्रसारित करता था। - रफ्तार
यह चैनल भी पाकिस्तान की मीडिया में सक्रिय है, जो भारत के खिलाफ नकारात्मक प्रचार करता था। - द पाकिस्तान रिफ्रेंस
यह चैनल भी पाकिस्तान के मीडिया हाउस में शामिल है और भारत के खिलाफ झूठी और भड़काऊ खबरें फैलाने का आरोप लगा है। - समा स्पोर्ट्स
खेल से जुड़ा हुआ चैनल, जिसे खेल की खबरों के बीच भारतीय विरोधी सामग्री फैलाने के कारण बैन किया गया है। - GNN
GNN (Global News Network) भी पाकिस्तान का एक प्रमुख चैनल है, जो भारत के खिलाफ नफरत फैलाने के आरोप में प्रतिबंधित किया गया है। - उजैर क्रिकेट
क्रिकेट से संबंधित चैनल, जो खेल के समाचारों के बजाय भारत विरोधी प्रचार प्रसारित करता था। - उमर चीमा एक्सक्लूजिव
इस चैनल पर भी आरोप था कि यह भारत के खिलाफ झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाने में सक्रिय था। - आसमा शीराजी
पाकिस्तान की एक प्रमुख जर्नलिस्ट और टीवी होस्ट, जिनके चैनल पर भारत विरोधी सामग्री प्रसारित करने का आरोप था। - मुनीब फारुक
एक और पाकिस्तानी एंकर और टीवी होस्ट, जिनके चैनल को भारत विरोधी प्रोपगेंडा फैलाने के कारण बैन किया गया है। - सुनो न्यूज एचडी
यह चैनल भी भारत के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप झेल रहा था। - राजी नामा
यह चैनल भी पाकिस्तान के मीडिया में सक्रिय था, जो भारत विरोधी समाचारों को प्रसारित करता था।
इन चैनलों पर भारत सरकार ने यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद की है, जिसमें 26 भारतीय नागरिकों की जान गई थी। भारत ने इसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद मानते हुए इस घटना को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाया। हमले के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर उठी और सरकार ने त्वरित कदम उठाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कई अन्य कार्रवाईयां कीं, जैसे सिंधु जल संधि का निलंबन और पाकिस्तान के नागरिकों के वीजा रद्द करना।
डिजिटल मोर्चे पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया:
भारत सरकार का कहना है कि इन चैनलों द्वारा फैलाए गए भ्रामक और झूठे समाचारों का उद्देश्य देश में अशांति और नफरत फैलाना था। इन चैनलों पर प्रतिबंध लगा कर भारत ने पाकिस्तान के डिजिटल प्रोपगेंडा पर भी करारा प्रहार किया है, और यह स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत के खिलाफ नफरत फैलाने वाले किसी भी डिजिटल प्लेटफार्म को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस कदम के बाद भारत ने साफ कर दिया है कि वह उन मीडिया प्लेटफार्म्स और चैनलों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा जो भारत की छवि को धूमिल करने और झूठी जानकारी फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।