‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जबरदस्त सफलता के बाद भारत अब कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए तैयार है। पाकिस्तान जहां सीजफायर को अपनी जीत बताने की कोशिश कर रहा है, वहीं भारत ने उसकी पोल खोलने के लिए सात सदस्यीय डेलिगेशन टीम का गठन किया है। इस टीम को दुनिया के प्रमुख साझेदार देशों में भेजा जाएगा, जहां ये सांसद भारत की स्थिति स्पष्ट करेंगे और पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थक नीति का पर्दाफाश करेंगे।
शनिवार को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पोस्ट के माध्यम से इस डेलिगेशन में शामिल सांसदों के नाम साझा किए। खास बात यह रही कि इस टीम में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के नेता शामिल हैं। कांग्रेस के शशि थरूर का नाम सामने आने से सबका ध्यान खींचा।
टीम इंडिया के सदस्य और उनकी भूमिका:
शशि थरूर (कांग्रेस): वरिष्ठ सांसद, लेखक और पूर्व राजनयिक थरूर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान की खुलकर आलोचना की थी। उनकी अंतरराष्ट्रीय पहचान इस मिशन को वैश्विक स्तर पर मजबूती देगी।
संजय कुमार झा (जेडीयू): बिहार में पाकिस्तान विरोधी रैलियों का नेतृत्व किया। जमीनी समर्थन और राजनीतिक सूझबूझ के जरिए राष्ट्र की एकता को मजबूत किया।
बैजयंत पांडा (भाजपा): ओडिशा में तिरंगा यात्रा की अगुवाई की। विदेश नीति पर गहरी पकड़ और स्पष्ट बयानबाजी से पाकिस्तान की साख पर असर डालने में सक्षम।
कनिमोझी करुणानिधि (डीएमके): मानवाधिकार और सामाजिक न्याय की पैरोकार, दक्षिण भारत से एक मजबूत राष्ट्रीय स्वर।
सुप्रिया सुले (एनसीपी): अनुभवी सांसद, जनता से जुड़ाव और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर स्पष्ट रुख ने उन्हें इस टीम में खास स्थान दिलाया।
श्रीकांत शिंदे (शिवसेना): महाराष्ट्र के युवाओं को जोड़ने वाली अहम कड़ी, सेना की वीरता का समर्थन कर जनभावनाओं को मजबूती दी।
रविशंकर प्रसाद (भाजपा): पूर्व केंद्रीय मंत्री, कानूनी और कूटनीतिक मामलों में अनुभव रखने वाले नेता।