मिरर मीडिया : इस युग के भीम अब हमारे बीच नहीं रहें। आपको बता दें कि महाभारत में भीम का किरदार निभाने वाले पहले प्रवीण कुमार सोबती की
74 वर्ष की उम्र में सोमवार की शाम दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। जानकारी दें दें कि वें एक शानदार खिलाड़ी थे। राष्ट्रमंडल खेलों की तारगोला फेंक स्पर्धा में भारत के पहले और इकलौते पदक विजेता थे।
इसके बाद से मनोरंजन से लेकर खेल जगत तक हर वर्ग से उनके लिये श्रद्धांजलि दी जा रही है। पंजाब के सरहाली कलां गांव के रहने वाले सोबती बीएसएफ के पूर्व जवान थे। उन्होंने भारत के लिये एशियाई खेलों में दो स्वर्ण समेत चार पदक जीते थे। साठ और 70 के दशक में चक्का फेंक और तारगोला फेंक में उन्होंने कई पदक जीते जिसमें एशियाई खेलों के तीन और राष्ट्रमंडल खेल का एक पदक शामिल है। उन्होंने 1968 मैक्सिको और 1972 म्यूनिख ओलिंपिक में भी भाग लिया जिसमें इस्राइली खिलाड़ियों की फलस्तीन के एक आतंकी समूह ने हत्या की थी।
गौरतलब है कि सोबती ने 1988 में बीआर चोपड़ा के धारावाहिक महाभारत में भीम की भूमिका निभाई. इसके अलावा ‘युद्ध’, ‘अधिकार’, ‘हुकूमत’, ‘शहंशाह’, ‘घायल’ और ‘आज का अर्जुन’ जैसी फिल्मों में भी काम किया. उनके फिल्मों में जाने के बारे में बहादुर सिंह ने बताया, ‘मुझे पता नहीं था कि उनका एक्टिंग की तरफ झुकाव है. उन्हें पैसों की तंगी नहीं थी। उन्होंने जरूर कोई ऑडिशन या इंटरव्यू दिया होगा तब ही महाभारत के रोल के लिए उन्हें चुना गया।