धनबाद जिले के छात्रों का बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करने और उन्हें बोर्ड परीक्षा के माहौल से परिचित कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन की ओर से प्री-बोर्ड परीक्षा का आयोजन शुरू किया गया है। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन के निर्देश पर मैट्रिक के लिए जिले के 141 विद्यालयों तथा इंटरमीडिएट के लिए 36 हाई स्कूलों में प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित की जा रही है। परीक्षा का आयोजन बुधवार, 17 दिसंबर 2025 से शुरू हुआ।
प्री-बोर्ड परीक्षा को लेकर उपायुक्त ने बीएसएस बालिका विद्यालय, पीएम श्री राजकीयकृत प्लस 2 हाई स्कूल (एच.ई. स्कूल) सहित अन्य विद्यालयों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने छात्रों से सीधे संवाद कर बोर्ड परीक्षा की तैयारियों की जानकारी ली और विद्यालयों में सुधार के लिए छात्रों से सुझाव भी प्राप्त किए।
उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच है कि सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राएं बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करें। इसी सोच के तहत जिले में प्री-बोर्ड परीक्षा शुरू की गई है। यह परीक्षा 18, 19, 22, 23, 24 और 26 दिसंबर 2025 को दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही है। परीक्षा का आयोजन पूरी तरह बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर किया जा रहा है, जिसमें छात्रों को प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका दी जा रही है, ताकि वे वास्तविक परीक्षा के माहौल से परिचित हो सकें।
उन्होंने बताया कि प्री-बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी और कर्मी इसके लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं, ताकि धनबाद जिले की पहचान बोर्ड परीक्षा में राज्य स्तर पर बेहतर बन सके और छात्रों का स्वर्णिम भविष्य सुनिश्चित हो।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने विद्यालयों में हाउस सिस्टम और हाउस गतिविधियों पर भी चर्चा की। उन्होंने छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ इन गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया और घर पर भी नियमित रूप से परीक्षा की तैयारी करने का आह्वान किया। शिक्षकों को छात्रों से निरंतर संवाद कर बेहतर मार्गदर्शन देने के निर्देश दिए।
बीएसएस बालिका विद्यालय के छात्रों ने निरीक्षण के दौरान स्वच्छ पेयजल, कंप्यूटर लैब, हॉल और खेल मैदान की मांग रखी। इस पर उपायुक्त ने विद्यालय को 10 कंप्यूटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने विद्यालय के किचन का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता और पोषण स्तर की भी जांच की।

